हैदराबाद। अक्सर बात करते-करते आप वह भूल जाते हैं, जो आप कहना चाहते हैं. जबकि वह बात हमारे दिमाग में तो होती है, लेकिन जुबां पर नहीं आ पाती. सामान्य तौर पर हम सभी ऐसी परेशानी का सामना करते हैं, लेकिन जब यह समस्या बढ़ जाये तो एक बीमारी बन जाती है. इस बीमारी को अल्जाइमर कहा जाता है. उम्र के एक पड़ाव आने के बाद यानी बुढ़ापे में लोग अक्सर इस बीमारी का सामना करते हैं. देश हो या विदेश अल्जाइमर को लेकर आमजन में बहुत ज्यादा जागरूकता नहीं हैं. इसी के चलते जनमानस में जागरूकता (Alzheimer Awareness) फैलाने के उद्देश्य से हर साल 21 सिंतबर को पूरी दुनिया में 'विश्व अल्जाइमर दिवस' (World Alzheimer Day) मनाया जाता है.
क्या है अल्जाइमर (What is Alzheimer)
यह एक प्रकार की मस्तिष्क और याददाश्त से जुड़ी बीमारी है, जिसमें व्यक्ति की याददाश्त और सोचने की शक्ति कम होने लगती है. अल्जाइमर एक ऐसा रोग है, जिसमें व्यक्ति के दिमाग की नसें (Brain Veins) संकुचित हो जाती हैं. इसके अलावा मस्तिष्क में प्रोटीन (Brain Protein Level) की संरचना में गड़बड़ी होने के कारण भी इस बीमारी का खतरा बढ़ सकता है. इसके अलावा हेड इंजरी, वायरल इंफेक्शन और ब्रेन स्ट्रोक (Brain Strock) में भी अल्जाइमर की स्थिति पैदा हो सकती है.
युवा भी हो रहे अल्जाइमर के शिकार
अल्जाइमर के मरीज छोटी से छोटी बात भूलने लग जाते हैं, जैसे यदि आपने 10 मिनट पहले कोई काम किया हो, तो आपको याद नहीं रहेगा कि ये आपने किया था या नहीं. इसके अलावा उन्हें किसी भी वस्तु, व्यक्ति या घटना को याद रखने में परेशानी महसूस होती है. आमतौर पर बुजुर्ग लोग इस बीमारी के ज्यादा शिकार होते हैं, लेकिन आज के समय में युवा भी इसकी चपेट में आने लगे हैं. जानकारों की माने तो पिछले कुछ वर्षों में इस बीमारी के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है. अल्जाइमर को लेकर कोई पूर्णकालिक इलाज संभव नहीं है, लेकिन समय पर इसके बारे में पता चलने पर दवाइयों की मदद से इसे काफी हद तक नियंत्रण में रखा जा सकता है.
अल्जाइमर दिवस का इतिहास (History of Alzheimer Day)
वर्ष 2012 से प्रति वर्ष पूरी दुनिया में 21 सितंबर को विश्व अल्जाइमर दिवस के रूप में मनाया जाता है. अल्जाइमर बीमारी का नाम डॉ. अलोइस अल्जाइमर के नाम पर रखा गया था. इस आयोजन के कारण पूरे महीने अल्जाइमर को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाने तथा अल्जाइमर रोगियों के स्वास्थ्य तथा उनकी अवस्था को कैसे और बेहतर किया जा सके, इस विषय पर कार्यक्रम, कार्यशालाएं, गोष्ठियां तथा सम्मेलन आयोजित किए जाते हैं.
अल्जाइमर दिवस 2021 का थीम (Alzheimer Day Theme 2021)
हर वर्ष अल्जाइमर पर एक थीम बनाया जाता है. उस थीम के आधार पर लोगों को जागरूक किया जाता है. इसके संदर्भ में कार्यक्रम और गोष्ठियां आयोजित की जाती हैं. अब सोशल मीडिया का दौर है तो लाइव कार्यक्रम किये जाते हैं. साथ ही लोगों को अल्जाइमर को समझाने की कोशिश की जाती है. साल 2020 में अल्जाइमर दिवस का थीम 'आओ डिमेंशिया पर बात करें' विषय था. इस साल पूरी दुनिया में 10वां अल्जाइमर दिवस मनाया जा रहा है, जिसका थीम Know Dementia, Know Alzheimer’s रखा गया है.