MP local Elections: कमलनाथ का नाराज कार्यकर्ताओं को मैसेज, हमारी लड़ाई भाजपा के जंगलराज के खिलाफ है...एकजुट होकर चुनाव लड़ें
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ऑडियो मैसेज जारी कर कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर आगामी चुनाव लड़ने की अपील की है. उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा चुनाव में किसी एक को ही टिकट दिया जा सकता है. बाकि कार्यकर्ता निराश न हों, मैं आपके साथ खड़ा हूं. अब समय जनता और कांग्रेस के महागठबंधन को मजबूत करने का है. आप मेरे साथ कदम से कदम मिलाकर चलिए. हम मध्यप्रदेश की तस्वीर बदल देंगे. हमारी यह लड़ाई भाजपा के जंगलराज के खिलाफ है. (MP Urban Body Election 2022) (Kamal Nath message to workers)
Illegal arms smuggling: अवैध असलहों का अड्डा बना भिंड, चुनाव के दौरान खपाए जाते हैं सबसे ज्यादा अवैध हथियार
चंबल में चुनाव बिना गोली चले नहीं होता. अगर लाइसेंसी हथियार थानों में होते हैं तो ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध हथियारों की मांग बढ़ जाती है और अंचल का भिंड जिला इस मामले में सबसे ऊपर है. यहां अवैध हथियारों की तस्करी बड़े पैमाने पर होने लगी है.(Bhind became market for illegal arms) (Illegal arms smuggling in Bhind)
MP Mayor Elections: एमपी में महापौर के लिए 151 और पार्षद के लिए 28 हजार उम्मीदवार मैदान में
एमपी में नगरीय निकाय चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो गई है. राज्य निर्वाचन आयोग नाम निर्देशन-पत्रों की जांच 20 जून को करेगा और नाम वापस लेने की अंतिम तारीख 22 जून है. महापौर के पद के लिए 151 और पार्षद पद के लिए 28 हजार 154 लोगों ने नामांकन भरे हैं.(MP Mayor Elections )(151 candidates are in fray for Mayor )
MP councilor Election 2022: निकाय चुनाव से पहले कांग्रेस को झटका, आधा दर्जन से अधिक पूर्व पार्षदों ने दिया इस्तीफा
भोपाल में पार्षद का टिकट न मिलने से नाराज पूर्व पार्षदों ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कांग्रेस के दिग्गज नेताओं पर टिकट का बंटाधार करने का आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया.
Debate on Agneepath scheme: कांग्रेस ने अग्निपथ योजना पर संसद में बहस की उठाई मांग, छात्रों से की शांति की अपील
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने सरकार से मांग की है कि अग्निपथ योजना पर संसद में चर्चा कराई जाये और पूर्व जनरलों व विशेषज्ञों से सरकार सलाह ले. तन्खा ने उम्मीदवारों से हिंसा का सहारा लेने के बजाय शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की अपील करते हुए कहा कि अग्निपथ योजना युवा उम्मीदवारों के सपनों को खत्म कर देगी.
Murder case exposed: पहचान उजागर होने के डर से लुटेरों ने सर्राफा व्यापारी की कर दी थी हत्या, नगदी सहित एक करोड़ के जेवरात बरामद
सागर जिले में अपहरण कर हत्या और करोड़ों रुपयों की लूट का पुलिस ने पांच दिन में खुलासा कर दिया. पुलिस ने लुटेरों को गिरफ्तार कर उनके पास से लूट की रकम बरामद कर ली है. आरोपी क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर व्यापारी को अपने साथ ले गए थे. पहचान उजागर होने के डर से आरोपियों ने उसकी हत्या कर दी थी.
GST Fraud in Indore: 25 फर्जी फर्मों के जरिए अंजाम दिया गया 700 करोड़ का जीएसटी क्रेडिट घोटाला
इंदौर में साइबर सेल ने सीजीएसटी के पोर्टल पर फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट घोटाले के दो मास्टर माइंड को रिमांड पर लेकर पूछताछ की, जिसमें चौंकाने वाले खुलासे हुए. साइबर सेल को ऐसी 25 फर्जी कंपनियों का पता चला है, जो गुजरात से ऑपरेट होकर इस घोटाले को अंजाम दे रही थीं.
Unique tradition of tribals: आदिवासियों की अनोखी परंपरा, बारिश से पहले करते हैं बेदरी पूजा, जानिये कैसे मिट्टी के चार पत्थरों से लगा लेते हैं बरसात का अनुमान
आदिवासी बाहुल्य शहडोल जिले में आदिवासियों की एक ऐसी परंपरा है जो सदियों से चली आ रही है. अब भी लोग अपनी इस पूजा पर बहुत विश्वास करते हैं. जब तक ये पूजा नहीं हो जाती आदिवासी समाज के लोग खेती की शुरुआत नहीं करते. आज हम आपको ऐसी ही एक परंपरा के बारे में बताने जा रहे हैं.
Ujjain Mahakumbh: महाकाल की नगरी पहुंचे अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष, भू-माफिया को लेकर जताई नाराजगी
प्रत्येक 12 वर्ष में मोक्ष दायनी क्षिप्रा के किनारे सिंहस्थ महाकुम्भ मेला लगता है. देश विदेश से साधु संत नगरी में 1 माह तक रहते हैं. यहीं तपस्या करते हैं, आम जन भी बड़ी संख्या में शामिल होते हैं. ऐसे में वर्ष 2028 में लगने वाले महाकुम्भ की तैयारियों को लेकर अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र पुरी महाराज और राष्ट्रीय महामंत्री हरिगिरि महाराज महाकाल की नगरी पहुंचे.
Unique Railway Stations In Mp: अजब...मध्य प्रदेश में है 'तुर्की', जानिए और भी गजब रेलवे स्टेशनों के नाम
मध्यप्रदेश के ऐसे कई रेलवे स्टेशन हैं जिनके नाम आपको चौंका सकते हैं. जरा सोचिए आपके गांव का नाम चूल्हा, चांदनी या सहेली हो तो, सुनने वाले तो निश्चित रूप से हैरान रह जाएंगे. कुछ गांवों के नाम तो ऐसे हैं जिन्हें सुनकर आप हंस-हंसकर लोटपोट हो जाएंगे. कुछ जगहों का नाम फल सब्जियों के नाम पर ही रख लिये गये, तो किसी जगह को लोग ‘रोटी’ बुलाते हैं.