भोपाल। प्रदेश कांग्रेस द्वारा शुरू किए जा रहे डिजिटल सदस्यता अभियान में अब कार्यकर्ता घर बैठे सदस्य नहीं बना सकेंगे. दरअसल, कांग्रेस के आईटी डिपार्टमेंट द्वारा तैयार कराए गए नए सिस्टम में ऐसे साॅफ्टवेयर का उपयोग किया गया है, जिससे कार्यकर्ता घर बैठे कार्यकर्ताओं की फोटो अपलोड नहीं कर सकेंगे. पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में आईटी और सोशल मीडिया विभाग के जिला प्रभारियों की बैठक में कहा कि गांव-गांव जाकर कांग्रेस को मजबूत करें.
कांग्रेस डिजिटल सदस्यता अभियान सदस्यों के साथ सेल्फी लेकर भेजना होगी
आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने के लिए शुरू किए गए ऑनलाइन सदस्यता अभियान में सदस्यता के नाम पर फर्जीवाड़ा न हो, इसको लेकर कांग्रेस ने फेस रिकॉगनाइजेशन साॅफ्टवेयर की मदद ली है. इससे अब कांग्रेस कार्यकर्ता घर बैठे कार्यकर्ताओं की फोटो और उनकी मेंबरशिप अपडेट नहीं कर सकेंगे. इसमें यदि कार्यकर्ता ने फोटो से फोटो लेकर अपलोड की तो वह अपने आप ही रिजेक्ट हो जाएगी, अब से कार्यकर्ता को मेंबरशिप के लिए सदस्यों के साथ सेल्फी लेकर ही भेजना होगी।
फर्जी सदस्यों से कांग्रेस को पहुंचा नुकसान
बचा दें कि, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने भी माना है कि कांग्रेस के सदस्यता अभियान में जमकर फर्जीवाड़ा हो रहा है. उन्होंने हाल ही में कहा था कि पहले फर्जी सदस्य बना दिए जाते थे. फर्जी सदस्यों से कांग्रेस को नुकसान पहुंचा है, इसलिए अब डिजिटल सदस्यता अभियान की शुरूआत की गई है. प्रदेश कांग्रेस के आईटी और सोशल मीडिया विभाग के पदाधिकारियों की बैठक में कमलनाथ ने कहा कि, सभी सदस्यता अभियान पर खास फोकस करते हुए गांव-गांव तक कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मजबूत करें. उनका कहना है कि, मंडलम, सेक्टर और बूथ में अधिक से अधिक कांग्रेस सदस्यता अभियान चलाएं, घर चलो, घर घर चलो कांग्रेस में तेजी लाएं.
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आगामी विस चुनाव की तैयारी
2018 में हुए पिछले चुनावों में कांग्रेस ने बीजेपी को 15 सालों बाद सत्ता से बाहर किया था, हालांकि दोनों के बीच वोटों का अंतर बहुत ज्यादा नहीं था. बीजेपी ने जहां 41.02 फीसदी वोट के साथ 109 सीटें जीतीं थी, वहीं कांग्रेस ने 114 सीटें मिली थी, जबकि कांग्रेस को 40.09 फीसदी वोट यानी बीजेपी से कम वोट मिले थे।. बाद में कांग्रेस खुद को सत्ता में बरकरार नहीं रख पाई और असंतुष्ट विधायकों के बीजेपी में जाने से बीजेपी सत्ता में आ गई. फिलहाल अब आगामी विधानसभा चुनाव में फिर सत्ता में आने कांग्रेस तैयारियों में जुट गई है और अपने वोट बैंक को बढ़ाने में जुटी है.