भोपाल।कोरोना संक्रमण के बीच नए सत्र में प्रदेश के शैक्षणिक संस्थानों में नई शिक्षा नीति लागू होगी, जिसके तहत प्रदेश के स्कूल और कॉलेजों में कई बदलाव देखने को मिलेंगे. इसी क्रम में सरकार ने दक्षिण कोरिया की शिक्षा पद्धत्ति को प्रदेश के स्कूलों में लागू करने की तैयारी कर रही है. जिसकी शुरुआत राजधानी के रशीदिया स्कूल से हो चुकी है.
प्रदेश के 10 हजार स्कूलों में स्टीम एजुकेशन
प्रदेश के शासकीय स्कूलों में स्टीम एजुकेशन की शुरुआत नए सत्र में जाएगी, जिसके लिए सरकार ने कुछ स्कूलों को चयनित किया है, जिन्हें गुणवत्तापूर्ण बनाने की तैयारी 2021 में की जाएगी. स्टीम एजुकेशन के लिए राजधानी के 10 स्कूलों को चुना गया है. इन स्कूलों में स्टीम शिक्षा का लाभ सरकारी स्कूल के साथ ही निजी और सीबीएससी के छात्र भी ले सकेंगे. राजधानी के रशीदिया शासकीय स्कूल में स्टीम एजुकेशन के तहत मॉडल्स तैयार किये गए है, जिनमे छात्रों को ट्रेनिंग भी दी जा रही है.
स्टीम शिक्षा को लागू करने वाला देश का पहला राज्य एमपी
स्टीम एजुकेशन दक्षिण कोरिया की शिक्षा पद्धति है, जिसे प्रदेश के स्कूलों लागू किया जा रहा है. खास बात यह है कि स्टीम एजुकेशन को सरकारी स्कूलों में लागू करने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य होगा. स्टीम एजुकेशन के तहत कक्षा पहली से आठवी के बच्चों को प्रेक्टिकल नॉलेज दिया जाएगा, जिसके लिए स्कूलों में अलग से स्टीम ट्रेनिंग डिपार्टमेंट बनाये जाएंगे. इसमें पहली से आठवी के छात्रों को साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग, आर्ट्स, मैथ्स सभी सब्जेक्ट का प्रेक्टिकल नॉलेज दिया जायगा.
शिक्षको को दी जायेगी स्पेशल ट्रेनिंग