भोपाल।प्रदेश में भले ही कोरोना महामारी को काबू करने में सफलता प्राप्त हुई है और प्रदेश में हालात काफी तेजी से सुधार रहे हैं. लोग भी सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देश का पालन कर रहे है. दूसरी तरफ कोरोना कर्फ्यू में रिटेल व्यापार पूरी तरह से बंद है. ऐसे में इन व्यापारियों के सामने कर्मचारियों का वेतन, बिजली का बिल, दुकान व गोडाउन का किराया, लोन की किश्तों, सीसी लिमिट का ब्याज आदि अन्य कई समस्या आ रही है.अब जब ऐसे में व्यापार खुलेंगे तो भी मांग और भुगतान में काफी अनिश्चितता भरा बाजार रहेगा.
छोटे कारोबारियों की हालत बहुत खराब
इन हालातों में जब कि महामारी का प्रभाव कम हो रहा है, ऐसे में व्यापार खास कर रिटेल व्यापार करने वाले लोगों के हालात जल्द सुधरने की उम्मीद नहीं है. पिछले साल 2020 में भी लॉकडाउन खुलने के बाद भी व्यापार को सामान्य स्थिति में आने में 3 महीने का समय लगा था. पर उस समय सरकार ने व्यापारिक गतिविधियों के साथ लोगों को उनकी बैंक की किश्तों, सीसी लिमिट के ब्याज में काफी राहत प्रदान की थी, लेकिन इस बार व्यवसायिक गतिविधियों को चालू रखने की कोशिश में छोटे रिटेल कारोबारियों की हालत बहुत खराब हो गई है।
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