भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना (Corona) तो फिलहाल शांत है, लेकिन डेंगू (Dengue) ने सरकार की नींद उड़ा दी है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Cm Shivraj Singh Chouhan) ने डेंगू के बढ़ते प्रकोप पर आपात बैठक(Emergency Meeting) बुलाई. बैठक में मंदसौर, जबलपुर, रतलाम, आगर, मालवा, भोपाल, छिंदवाड़ा, इंदौर जिले में प्रशासन को अलर्ट (alert) रहने के निर्देश दिए गए. शिवराज ने शासकीय चिकित्सालय में फीवर क्लीनिक खोलने के भी निर्देश दिए. साथ ही डेंगू के मामलों की नियमित समीक्षा करने के भी निर्देश दिए. सीएम शिवराज ने जिला अस्पतालों में डेंगू पीड़ितों के लिए 10 बिस्तर का आइसोलेशन वार्ड भी सुरक्षित रखने के निर्देश दिए.
हर जिला अस्पताल में 10 बेड रखें रिजर्व
Emergency Meeting On Dengue: स्वास्थ्य विभाग और जिलों के अफसरों के साथ बैठक में मुख्यमंत्री (Cm Shivraj Singh Chouhan) ने कहा, कि सरकारी अस्पतालों में फीवर क्लिनिक का क्रियान्वयन तेजी से शुरू हो. इसकी नियमित समीक्षा की जाए. ओपीडी में शीघ्र परीक्षण और डेंगू की जांच के लिए सुविधा की मॉनिटरिंग लगातार की जाए. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के स्टैंडर्ड ट्रीटमेंट के अनुसार ही डेंगू का उपचार किया जाए.
ऐसे खत्म होगा डेंगू
Emergency Meeting On Dengue:मुख्यमंत्री (Cm Shivraj Singh Chouhan) ने बैठक में निर्देश दिए कि भारत सरकार की स्टैण्डर्ड ट्रीटमेंट अनुसार डेंगू के लाक्षणिक उपचार(Dengue Symptoms) की व्यवस्था हो. जिलों में कलेक्टर रैपिड रिस्पांस टीमों (rapid response teams)का गठन करें. अतिरिक्त दल गठित कर रैपिड फीवर सर्वे और वेक्टर कंट्रोल गतिविधियां शुरू हों . प्रभावित क्षेत्र में वाहक मच्छरों की वृद्धि के स्रोत में कमी लाने की कोशिश करें . 7 दिनों से अधिक समय तक किसी भी स्थान पर पानी जमा ना होने दें. कूलर, टंकी, खाली प्लॉट, गड्डों की नियमित सफाई हो. मच्छर के लार्वा शून्य होने तक प्रभावित क्षेत्रों में एंटीलार्वल गतिविधियां चलाएं . लार्वा नियंत्रण के लिए टेमीफोस, बीटीआई जैसे एंटीलार्वल रसायन का उपयोग करें .