मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / city

कुण्डलपुर पंचकल्याणक महोत्सव में आज शामिल होंगे शिवराज सिंह, 23 फरवरी महोत्सव का अंतिम दिन - Shivraj Singh Chauhan will participate in Kundalpur Panchkalyanak Mahotsav

दमोह जिले के कुंडलपुर में 16 फरवरी से चल रहे महामहोत्सव 2022 में शामिल होने के लिए आज प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान कुंडलपुर जा रहे हैं.(Kundalpur Panchkalyanak Mahotsav 2022)

Shivraj Singh Chauhan will participate in Kundalpur Panchkalyanak Mahotsav 2022
कुण्डलपुर पंचकल्याणक महोत्सव में आज शामिल होंगे शिवराज सिंह

By

Published : Feb 21, 2022, 7:46 AM IST

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 21 फरवरी यानी आज दमोह जिले के कुंडलपुर पंचकल्याणक महोत्सव 2022 में शामिल होंगे. मुख्यमंत्री चौहान आज दोपहर 12:20 बजे भोपाल से रवाना होकर दोपहर 1.30 बजे कुंडलपुर पहुंचेंगे. मुख्यमंत्री आचार्य विद्यासागर जी महाराज से आशीर्वाद भी लेंगे और यहां आयोजित पंचकल्याणक महोत्सव में शामिल होने के पश्चात शाम को भोपाल वापस आएंगे.

कुण्डलपुर पंचकल्याणक महोत्सव में भक्ति में लीन श्रद्धालु

देश-विदेश से बड़ी संख्या में आ रहे हैं श्रद्धालु

दमोह जिले के कुंडलपुर में संत शिरोमणि आचार्यश्री विद्यासागर महामुनिराज के आशीर्वाद से 12 फरवरी से महामहोत्सव 2022 की शुरुआत बड़े बाबा के जाप अनुष्ठान के साथ हुई. देश के सबसे बड़े भगवान आदिनाथ की प्रतिमा महामस्ताभिषेक एवं पंचकल्याणक महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 16 फरवरी से 23 फरवरी तक आयोजित किये जा रहे हैं. पंचकल्याणक महोत्सव में देश-विदेश से बड़ी संख्या में धर्म प्रेमी पहुंच रहे हैं. जिला प्रशासन भी महोत्सव में आने वाले लोगों की सुरक्षा से लेकर अन्य सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए मुस्तैदी से कार्य कर रहा है.

500 फीट ऊंची पहाड़ी पर बन रहा दुनिया का सबसे बड़ा जैन मंदिर, जानिए क्या है खासियत

लोहा, सरिया और सीमेंट के बिना बन रहा मंदिर, 189 फीट का है शिखर

सहस्त्रकूट जिनालय में 1008 प्रतिमाएं विराजमान की जा रही हैं. कुंडलपुर में करीब 500 फीट ऊँची पहाड़ी पर 189 फीट ऊंचा विश्व का सबसे बड़ा जैन धर्म का मंदिर स्थापित किया गया है. कहा जा रहा है की दुनिया में अब तक नागर शैली में इतनी ऊंचाई वाला मंदिर नहीं है. मंदिर की ड्राइंग डिजाइन अक्षरधाम मंदिर की डिजाइन बनाने वाले सोमपुरा बंधुओं ने तैयार की है. मंदिर की खासियत है कि इसमें लोहा, सरिया और सीमेंट का उपयोग नहीं किया गया है. इसे गुजरात और राजस्थान के लाल-पीले पत्थरों से तराशा गया है. एक पत्थर को दूसरे पत्थर से जोडऩे के लिए भी खास तकनीक का इस्तेमाल किया गया है.

कुण्डलपुर पंचकल्याणक महोत्सव 2022, श्रद्धालुओं की भीड़

पूरे निर्माण पर लगभग 600 करोड़ रुपए खर्च होंगे
189 फीट ऊंचे इस जैन मंदिर के निर्माण पर लगभग 600 करोड़ रुपए खर्च होने हैं. करीब 400 करोड़ रुपए अबतक खर्च भी हो चुके हैं. पत्थरों से बने इस मंदिर पर दिलवाड़ा और खजुराहो की तर्ज पर शानदार नक्काशी की गई है. कुण्डलपुर के इस भव्य जैन मंदिर का कार्य पिछले 16 वर्षों से जारी है. इस मंदिर में 12 लाख घन मीटर पत्थरों का उपयोग किया जा चुका है. इस मंदिर में मुख्य शिखर, नृत्य मंडप, रंग मंडप सहित अनेक प्रकार के भव्य स्थल का निर्माण हुआ है.

कुंडलपुर पंचकल्याणक महोत्सवः 176 बालिकाओं ने लिया ब्रह्मचर्य व्रत, अबतक 101 किलो सोने का आया दान

176 बालिकाओं ने लिया ब्रह्मचर्य व्रत, अबतक 101 किलो सोने का आया दान

दिगम्बर जैन तीर्थ स्थल कुंडलपुर में रविवार को उस समय नया इतिहास रच गया, जब 18 युवा ब्रह्मचारियों ने आचार्य श्री से क्षुल्लक दीक्षा लेकर घर का त्याग कर दिया. 176 युवतियों ने भी भगवान आदिनाथ की पुत्री ब्राह्मी और सुन्दरी बनकर आचार्य श्री से अजीवन ब्रह्मचर्य व्रत लेकर संयम के मार्ग पर चलने का संकल्प लिया. आचार्य श्री ने रविवार को अपने छह शिष्यों को निर्यापक मुनि बनाकर उनके पृथक संघ बनाने की घोषणा भी की. महोत्सव में रविवार को तप कल्याणक के दिन दो लाख से अधिक लोग पहुंचे. पिछले दो दिनों में 35 किलो सोना एकत्र हुआ ह. महोत्सव में अब तक 101 किलो सोने का दान आया है.

(Kundalpur Panchkalyanak Mahotsav 2022)

ABOUT THE AUTHOR

...view details