भोपाल। मध्य प्रदेश में बालिकाओं की गुमशुदगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. प्रदेश में पिछले 1 साल में बालिकाओं के गुमशुदगी के 7851 मामले सामने आए हैं. विधानसभा के शीतकालीन सत्र में बीजेपी विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया के सवाल के जवाब में यह जानकारी गृह मंत्री बाला बच्चन ने दी है.
प्रदेश से एक साल में गायब हुई सात हजार 851 बालिकाएं, विधानसभा में गृहमंत्री ने दी जानकारी
बीजेपी विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने बालिकाओं की गुमशुदगी के मामले में जब गृह मंत्री बाला बच्चन से सवाल किया, तो चौकाने वाले आंकड़े सामने आए. गृह मंत्री ने बताया कि छले 1 साल में बालिकाओं के गुमशुदगी के 7851 मामले सामने आए हैं.
बीजेपी विधायक के मुताबिक जवाब में बालिकाओं के गायब होने के पीछे नौकरी का लालच देकर और माता-पिता की जानकारी के बिना शादी किए जाने का कारण बताया गया है. बीजेपी विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने विधानसभा में सवाल लगाया था कि जनवरी 2019 से लेकर दिसंबर 2019 के बीच मध्यप्रदेश में इतनी बालिकाएं गायब हुई हैं. उन्होंने बताया कि उनके सवाल के जवाब में गृहमंत्री बाला बच्चन ने जवाब मैं बताया है कि प्रदेश में पिछले एक साल के दौरान 7851 बालिकाएं गायब हुई है, इस लिहाज से देखा जाए तो प्रदेश में हर माह औसतन 650 बालिकाओं की गुमशुदगी दर्ज की जा रही है.
बीजेपी विधायक ने कहा कि सरकार ने बालिकाओं की गायब होने की वजह बताई है वह काफी आश्चर्यचकित करने वाली है. बालिकाओं की गायब होने के पीछे वजह माता-पिता की जानकारी के बिना शादी करने और नौकरी का लालच देकर बच्चियों को ले जाने को बताया गया है. उन्होंने कहा कि सरकार को मामले की गंभीरता से जांच करानी चाहिए, उन्होंने आशंका जताई कि गायब हुई बालिकाओं के साथ दूसरी वारदातें भी हो सकती हैं.