हो ची मिन्ह/भोपाल। भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी सौरभ वर्मा ने रविवार को हो ची मिन्ह सिटी में वियतनाम ओपन बीडब्ल्यूएफ टूर सुपर 100 टूर्नामेंट के पुरुष एकल फाइनल में चीन के सुन फेई शियांग को हराकर खिताब अपने नाम किया. दूसरे वरीय सौरभ ने 75 हजार डालर पुरस्कार राशि वाले टूर्नामेंट के एक घंटे 12 मिनट तक चले फाइनल मुकाबले को 21-12 17-21 21-14 से अपने नाम किया.
इस जीत के बाद सौरभ ने कहा कि इस सप्ताह जैसा खेल खेला उससे काफी खुश हूं. जापान के तीन खिलाड़ियों के खिलाफ जीत दर्ज की और उन खिलाड़ियों के खेलने का तरीका एक जैसा था. वे आक्रामक खेल रहे थे और कोर्ट पर उनके खेल में जो थोड़ा अंतर था उस पर उन्हें ध्यान देना था. उन्हें हराना अच्छा रहा.
सौरभ ने चैम्पियन बनने के सफर में जापान के कोदाई नारोका, यू इगाराशी और मिनोरू कोगा को शिकस्त दी. मौजूदा राष्ट्रीय चैम्पियन सौरभ इस साल हैदराबाद ओपन और स्लोवेनियाई अंतरराष्ट्रीय चैम्पियनशिप का खिताब भी जीत चुके हैं.सौरभ और सुन के बीच यह तीसरी भिड़ंत थी. सौरभ ने इससे पहले कनाडा और हैदराबाद में जापान के इस खिलाड़ी को हराया था. विश्व रैंकिंग में 38वें स्थान पर काबिज सौरभ ने फाइनल के बारे में कहा, ‘‘पहले गेम में मैं उसके कमजोर रिटर्न का इंतजार कर रहा था. मुझे लगा कि उसका डिफेंस कमजोर है और उसका फायदा उठाना चाहता था. उसने जरूत से ज्यादा असहज गलतियां की जिसका मुझे फायदा हुआ.
सौरभ से जब पूछा गया कि क्या वह 24 से 29 सितंबर तक खेले जाने वाले कोरिया ओपन विश्व टूर सुपर 500 टूर्नामेंट में भाग लेंगे जिसकी पुरस्कार राशि चार लाख डॉलर है तो उन्होंने कहा कि अभी मैं घर वापस जाउंगा और अपने शरीर की स्थिति और पूरी तरह से फिट होने के लिए लगने वाले समय को देखने के बाद कोई फैसला करूंगा.सौरभ ने फाइनल पहले गेम में दबदबे के साथ शुरुआत करते हुए 4-0 की बढ़त बनायी और ब्रेक के समय वह 11-4 से आगे थे. ब्रेक के बाद भी उन्होंने लय बनायी रखी और स्कोर को 15-4 कर दिया. सुन ने वापसी की कोशिश की लेकिन सौरभ ने आसानी से पहला गेम जीत लिया.
दूसरे गेम में सुन ने शानदार खेल दिखाया और 8-0 की बढ़त हासिल कर ली। ब्रेक के समय उनकी बढ़त 11-5 की थी. ब्रेक के बाद भी सौरभ संघर्ष करते दिखे जिसका फायदा उठाते हुए सुन ने गेम अपने नाम कर लिया. निर्णायक गेम की शुरुआत में 26 साल के सौरभ 2-4 से पिछड़ रहे थे लेकिन ब्रेक तक उन्होंने 11-7 की बढ़त कायम कर ली. चीन के खिलाड़ी ने उन्हें चुनौती दी लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने अपनी बढ़त बरकरार रखी.जब वह 17-14 से आगे थे तब उन्होंने लगातार चार अंक हासिल कर चीनी खिलाड़ी के मंसूबो पर पानी फेर दिया.