भोपाल।साल 2021 का पहला सूर्यग्रहण (Solar Eclipse) लोगों के लिए बड़ी जिज्ञासा जगा रहा है. इस दिन दुनियाभर के देशों में ग्रहण के वक्त सूर्य के आसपास बनने वाली रिंग ऑफ फायर का दुर्लभ नजारा दिखाई देगा. इस दौरान सूरत हीरे की किसी चमकदार अंगूठी की तरह दिखेगा. दुनिया के कई देशों में दिखाई देने वाली रिंग ऑफ फायर भारत में दिखाई नहीं देखी. वहीं मध्यप्रदेश के लोगों को सूर्यग्रहण का नजारा देखने के लिए 2022 तक इंतजार करना होगा.
इन देशों में दिखेगी रिंग ऑफ फायर
- नासा के मुताबिक ग्रहण के दौरान बनने वाली रिंग ऑफ फॉयर का सबसे शानदार नजारा रूस और कनाडा में देखने को मिलेगा.
- चंद्रमा का आकार छोटा होने के कारण इसकी घनी छाया पृथ्वी पर केवल कनाडा, ग्रीनलैंड पर पड़ेगी, यहां वलयाकार सूर्यग्रहण या एन्यूलर सोलर इकलिप्स होगा.
- अमेरिका और ब्रिटेन में यह सूर्यग्रहण आंशिक तौर पर ही दिखाई देगा.
- स्कॉर्टलैंड में सूर्य का 30 फीसदी हिस्सा और दक्षिणी इंग्लैंड में 20 प्रतिशत हिस्सा ही ढंका हुआ नजर आएगा.
- अमेरिका के पूर्वी राज्यों में रिंग ऑफ फायर का दुर्लभ नजारा 70 फीसदी तक दिखाई देगा.
- भारत में 10 जून को लगने वाला सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा. इसलिए धार्मिक मान्यता के मुताबिक यहां सूतक काल भी नहीं लगेगा.
- मंदिरों के कपाट भी खुले रहेंगे.
कब बनती है रिंग ऑफ फायर
जब सूर्यग्रहण के दौरान चंद्रमा की परछाई सूर्य के 97 फीसदी हिस्से को पूरी तरह से ढक लेती है. इस दौरान चंद्रमा का आकार सूर्य से छोटा होता है. इस वजह से इस दौरान सूर्य का जो हिस्सा दिखाई देता है वह हीरे की किसी अंगूठी के समान नजर आता. इसे रिंग ऑफ फायर कहते हैं. इस सूर्य ग्रहण को वलयकार ग्रहण ( annular eclipse) के रूप में जाना जाता है। यह तब होता है जब सूर्य और चंद्रमा बिल्कुल पृथ्वी की सीध में होते हैं.