भोपाल। केरल और महाराष्ट्र में लगातार कोरोना संक्रमितों की तादाद में उछाल आया है. केन्द्र सरकार ने भी विभिन्न प्रदेशों को एलर्ट रहने की सलाह दी है. सभी प्रदेश अपने-अपने तरीकों से इससे जूझने की तैयारी कर रहें हैं. मध्य प्रदेश में भी खास तैयारियों का दावा किया गया. सतर्कता की बात कही गई. ईटीवी भारत ने इन दावों की पड़ताल शुरू की.
भोपाल स्टेशन पर एक रियलिटी चेक किया तो देखा यहां केरल से आने वाली गाड़ियों के पैसेंजर का ना तो आरटीपीसीआर हो रहा है और ना टेस्टिंग करने वाले लोग ही वहां मौजूद हैं. काउंटर खाली दिखा और भी नजर नहीं आया.
Vaccine लगवाने पहुंच रहे लोग, लेकिन नहीं कर रहे Social Distancing का पालन
केरल ने बढ़ाई फिक्र
केरल में तो हर रोज 22 से 24000 लोग पॉजिटिव मिल रहे हैं. ऐसे में मध्य प्रदेश सरकार तमाम सुरक्षा की बात कहती है. सरकार के दावे हैं कि मध्यप्रदेश में बाहर से आने वाले यात्रियों की निगरानी की जा रही है. इसको लेकर स्टेशन पर विशेष जांच दल मौजूद रहता है. जो केरल और महाराष्ट्र से आने वाले यात्रियों की टेस्टिंग भी कर रहा है, लेकिन यह दावे सिर्फ मौखिक ही नजर आते हैं. धरातल पर ऐसा कुछ भी नजर नहीं आता.
बारिश के चलते कई गाड़ियां रात में देर से पहुंची.इस दौरान ईटीवी भारत की टीम रात लगभग 2 बजे रेलवे स्टेशन पहुंची. उम्मीद थी कि दूसरी लहर का जिस तरह का कहर बरपा है उसे देखते हुए इंतजामात पुख्ता होंगे. टेस्टिंग दोनों प्रदेशों के यात्रियों की होगी. लेकिन रेलवे स्टेशन पर केरल से आने वाले यात्रियों की टेस्टिंग की जा रही थी.