भोपाल।मध्यप्रदेश की टीम 23 साल बाद रणजी ट्रॉफी में इतिहास रचा है. जी हां पूरे 23 साल बाद एमपी की टीम ने फाईनल मैच में मुंबई को हराकर जीत का खिताब खुद के नाम किया है. (Ranji Trophy 2022) दरअसल 1999 में टीम चंद्रकांत पंडित की कप्तानी में पहली बार रणजी के फाइनल में पहुंची थी, हालांकि उस समय कर्नाटक के खिलाफ खेले गए फाइनल मुकाबले में एमपी को हार का सामना करना पड़ा था. फिलहाल अब चंद्रकांत पंडित ही टीम के कोच हैं, उन्हीं की कोचिंग में ही टीम इस बार 22 जून से मुंबई के खिलाफ खिताबी मुकाबले में उतरी और आज यानी 26 जून को जीत का खिताब अपने नाम किया. अब टीम के सदस्यों की हौसलाअफजाई करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने एक ट्वीट शेयर किया है.
88 साल बाद रचा इतिहास:रणजी ट्रॉफी के 88 सालों के इतिहास में यह पहला मौका है जब मध्यप्रदेश क्रिकेट टीम ने देश के सबसे बड़े घरेलू टूर्नामेंट को जीता है. मध्यप्रदेश की टीम ने मुंबई को छह विकेट से हराकर यह खिताब जीता है. मैच के आखिरी दिन मुंबई की दूसरी पारी 269 रन पर सिमट गई थी, इसके बाद मध्यप्रदेश को जीत के लिए 108 का लक्ष्य मिला. मध्यप्रदेश ने इस लक्ष्य को 4 विकेट खोकर प्राप्त कर लिया, मध्यप्रदेश की टीम ने फील्डिंग, बैटिंग और बाॅलिंग तीनों फार्मेंट में अपना शानदार प्रदर्शन किया. मध्यप्रदेश के रजत पाटीदार, यश दुबे और शुभम शर्मा ने धुंआधार बैटिंग की, वहीं कुमार कार्तिकेय, गौरव यादव और अनुभव अग्रवाल ने शानदार गेंदबाजी की.