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Raisen: मध्य प्रदेश में कंटीले तारों की बाड़ में फंसे भालू के बच्चे को बचाया गया - Bear baby trapped in barbed wire fence in MP

मध्य प्रदेश के रायसेन में एक भालू का बच्चा कांटेदार तार की बाड़ में फंसा गया. स्थानीय किसानों ने इसकी दर्दनाक चीख सुनी और इसकी सूचना वन विभाग को दी. खतरनाक स्थिति में शावक को उपचार के बाद स्वस्थ होने पर जंगल में छोड़ दिया गया.

Raisen rescues baby bear trapped in barbed wire MP
रायसेन कंटीले तारों में फंसे भालू के बच्चे को बचाया

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Published : Mar 6, 2022, 10:22 PM IST

नई दिल्ली/भोपाल। मध्य प्रदेश के रायसेन के गांव के बाहरी इलाके से एक बहु-एजेंसी टीम ने एक डेढ़ साल के भालू के बच्चे को बचाया. भालू का बच्चा कांटेदार तार की बाड़ में फंसा गया था. रायसेन के चिक्लोद वन परिक्षेत्र में गन्ने के खेत के आसपास कांटेदार तार की बाड़ में फंसने से भालू का बच्चा खतरनाक स्थिति में मिला. स्थानीय किसानों ने इसकी दर्दनाक चीख सुनी और तुरंत मध्य प्रदेश वन विभाग से संपर्क किया. सतपुड़ा टाइगर रिजर्व से गुरुदत्त शर्मा और वन्यजीव संरक्षण ट्रस्ट (डब्ल्यूसीटी) ने प्रशांत देशमुख द्वारा साइट चिकित्सा परीक्षण, रिलीज में कहा कि स्थिति का त्वरित आकलन करने के बाद, वन्यजीव एसओएस पशु चिकित्सा अधिकारी रजत कुलकर्णी ने भालू शावक को बचा लिया.

फिट होने पर भालू शावक को जंगल में छोड़ा

सौभाग्य से, भालू के बच्चे को कोई चोट नहीं आई और वह जंगल में लौटने के लिए फिट था. भालू की मां को आसपास के क्षेत्र में देखा गया था, इसलिए टीम ने शावक को उसी क्षेत्र में वापस छोड़ दिया, ताकि वह अपनी मां के पास जा सके. जंगली सूअर, नीलगाय और भालू जैसे जानवर अक्सर फलों और जामुन की तलाश में जंगल की सीमा से लगे गांवों में आ जाते हैं. ग्रामीण द्वारा जानवरों को उनकी फसलों को खाने और नुकसान पहुंचाने से रोकने के लिए, अक्सर अपने बागानों के चारों ओर कांटेदार तार की बाड़ लगा देते हैं. वाइल्डलाइफ एसओएस के सह-संस्थापक और सीईओ, कार्तिक सत्यनारायण ने कहा कि कांटेदार तार की बाड़ और जाल वन्यजीवों के लिए मानव निर्मित खतरे हैं और हर साल हजारों जानवर इन बर्बर उपकरणों के शिकार होते हैं.

इनपुट - आईएएनएस

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