नई दिल्ली/भोपाल। मध्य प्रदेश के रायसेन के गांव के बाहरी इलाके से एक बहु-एजेंसी टीम ने एक डेढ़ साल के भालू के बच्चे को बचाया. भालू का बच्चा कांटेदार तार की बाड़ में फंसा गया था. रायसेन के चिक्लोद वन परिक्षेत्र में गन्ने के खेत के आसपास कांटेदार तार की बाड़ में फंसने से भालू का बच्चा खतरनाक स्थिति में मिला. स्थानीय किसानों ने इसकी दर्दनाक चीख सुनी और तुरंत मध्य प्रदेश वन विभाग से संपर्क किया. सतपुड़ा टाइगर रिजर्व से गुरुदत्त शर्मा और वन्यजीव संरक्षण ट्रस्ट (डब्ल्यूसीटी) ने प्रशांत देशमुख द्वारा साइट चिकित्सा परीक्षण, रिलीज में कहा कि स्थिति का त्वरित आकलन करने के बाद, वन्यजीव एसओएस पशु चिकित्सा अधिकारी रजत कुलकर्णी ने भालू शावक को बचा लिया.
फिट होने पर भालू शावक को जंगल में छोड़ा