मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / city

MP Assembly Winter Session 2021: सत्र पर 'सियासत', 5 दिन चलेगी सदन की कार्यवाही, कांग्रेस ने राज्यपाल को लिखा पत्र

इस बार मध्य प्रदेश विधानसभा शीतकालीन सत्र (MP Assembly Winter Session 2021) 5 दिनों तक चलेगा. 20 दिसंबर से सत्र शुरू होगा, जो कि 24 दिसंबर तक जारी रहेगा. वहीं शीत सत्र की कम अवधि को लेकर अब कांग्रेस ने नाराजगी जताई है. पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने बीजेपी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. अवधि बढ़ाने की मांग को लेकर एक पत्र राज्यपाल को भी लिखा गया है.

MP Assembly Winter Session 2021
5 दिन चलेगी मप्र विधानसभा शीत सत्र की कार्यवाही

By

Published : Nov 27, 2021, 7:48 PM IST

Updated : Nov 27, 2021, 10:08 PM IST

भोपाल (Bhopal Latest News)।मध्य प्रदेश विधानसभा शीतकालीन सत्र (MP Assembly Winter Session 2021) 20 दिसंबर से बुलाया जाना है, जो कि 24 दिसंबर तक चलेगा. अब सत्र को लेकर कांग्रेस आगबबूला हो गई है. कांग्रेस ने विधानसभा सत्र की अवधि बढ़ाने की मांग को लेकर राज्यपाल मंगूभाई छगनभाई पटेल को पत्र लिखा है. छोटे सत्र को लेकर कांग्रेस ने सरकार पर हमला भी किया. पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने बीजेपी को चोरों का एक जखीरा माना, और कहा कि ये जखिरा सत्ता की लुटाई के लिए इकट्ठा हुआ है, जिसके मुखिया शिवराज सिंह चौहान हैं, एक हिस्सा लोकतंत्र की लूट का है और दूसरा हिस्सा लोकतंत्र की हत्या का.

कांग्रेस ने राज्यपाल को लिखा पत्र

कांग्रेस ने राज्यपाल को लिखा पत्र
प्रदेश कांग्रेस ने मध्यप्रदेश विधानसभा के सत्र की अवधि बढ़ाए जाने को लेकर राज्यपाल मंगू भाई छगनभाई पटेल को पत्र लिखा है. मध्य प्रदेश कांग्रेस विधायक दल के मुख्य सचेतक और पूर्व मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह ने राज्यपाल को लिखे पत्र में कहा कि संविधान की भावना के अनुरूप विधानसभा का माह दिसंबर 2021 के सत्र की अवधि बढ़ाकर 10 दिन की जाए. डॉक्टर गोविंद सिंह ने पत्र के जरिए कहा कि विधानसभा सत्र 20 दिसंबर 2021 से 24 दिसंबर 2021 यानी कुल 5 दिन का बुलाया गया है. राज्य विधान मंडलों के पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलनों में विधानसभा के सत्र 1 वर्ष में कम से कम 75 बैठकें बुलाई जाने का प्रस्ताव पारित किया.

इसके बावजूद मध्यप्रदेश विधानसभा में वर्ष 2003 से भाजपा शासनकाल में लगातार विधानसभा क्षेत्रों की बैठकें की अवधि अत्याधिक कम की जा रही हैं. जिससे विधानसभा के माननीय सदस्य अपने क्षेत्र की जनसमस्याओं और प्रदेश के ज्वलंत मुद्दों पर सदन में चर्चा नहीं कराए जाने से समस्याओं का निराकरण नहीं हो पाता है. डॉक्टर गोविंद सिंह ने पत्र में कहा कि राज्य सरकार की मानसिकता हो गई है कि केवल सरकारी कामकाज निपटाने के लिए विधानसभा सत्र की सीमित बैठकें बुलाई जा रही हैं.

जीतू पटवारी, पूर्व मंत्री

सत्र को लेकर घमासान, निशाने पर बीजेपी
बीजेपी पर निशाना साधते हुए पूर्व मंत्री जीतू ने कहा कि 1 साल में विधानसभा की 70 बैठक होना चाहिए, लेकिन कोरोनावायरस और दूसरे नाम पर विधानसभा सत्र को धीरे-धीरे खत्म कर दिया गया है. विधानसभा की ताकत को खत्म कर दिया गया है. इस बार 5 दिन का सत्र बुलाया गया है जिससे सच्चाई सदन में ना आए. कांग्रेस ने इसका विरोध करते हुए विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा है. पत्र में लिखा गया है कि अध्यक्ष का महत्व भी तभी है, जब सदन चलेगी, नहीं तो अध्यक्ष की गरिमा चली जाएगी. कांग्रेस अध्यक्ष पद की गरिमा भी बनाना चाहती है (Short Duration of MP Assembly Winter Session).

नरोत्तम मिश्रा, गृहमंत्री

नरोत्तम मिश्रा का कांग्रेस पर पलटवार
संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि जब सर्वदलीय बैठक होती है तो यह कहते हैं चर्चा करेंगे और कोई आवाज नहीं उठाते. वहां पर बाहुबल नहीं बुद्धिबल की आवश्यकता होती है. जहां चर्चा करनी चाहिए वहां हंगामा करते हैं और जहां हंगामा करना चाहिए वहां चर्चा करते हैं. कांग्रेस विचित्रताओं से भरी हुई है.

मिशन 2024 की तैयारी! RSS प्रमुख मोहन भागवत करेंगे बीजेपी के इन चुनिंदा नेताओं से मुलाकात, घोष शिविर में की शिरकत

5 दिन का शीत सत्र
इस बार विधानसभा का शीतकालीन सत्र सिर्फ 5 दिन का रखा गया है. पहले दिन नवनिर्वाचित विधायकों की शपथ होगी और उसी दिन शोक संवेदना भी दिवंगत नेताओं को दी जाएगी. दूसरे दिन से चर्चा शुरू होगी, जिसमें अनुपूरक बजट भी आएगा. लेकिन बीजेपी अहम विधेयकों को पास कराकर सत्र को लंबा खींचने के मूड में दिखाई नहीं देती है (Congress Objection on Assembly Proceedings).

Last Updated : Nov 27, 2021, 10:08 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details