भोपाल। मध्यप्रदेश में कांग्रेस और बीजेपी के बीच 'हिंदू' को लेकर संग्राम शुरू हो गया है. सियासत में धर्म के उपयोग और खुद को हिंदू बताने पर कांग्रेस और बीजेपी एक दूसरे को घेरने में लग गए हैं. प्रदेश में चुनावी माहौल के जोर पकड़ने के साथ बयानबाजी का दौर तेजी से बढ़ रहा है. कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ लगातार बीजेपी पर धर्म के सहारे राजनीति करने का आरोप लगाते आ रहे हैं. उनका कहना है कि, हम हिंदू हैं और हम गर्व से कहते हैं, पर धर्म को राजनीति के मंच पर नहीं लाते हैं. कुछ लोगों ने धार्मिक कार्यक्रमों को इवेंट बना दिया है, बीजेपी समाज को बांटने और गुमराह करने का काम कर रही है.
मध्य प्रदेश में चुनावी माहौल के बीच 'हिंदू' पर सियासी संग्राम, एक-दूसरे को घेरने में जुटी बीजेपी-कांग्रेस - बीजेपी पर धार्मिक कार्यक्रमों को इवेंट बनाने का आरोप
मध्य प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की घोषणा हो चुकी है, ऐसे में दोनों सियासी दल एक दूसरे को घेरने में जुट गए हैं. खुद को हिंदू बताने की होड़ में बयानबाजी लगातार जारी है और वरिष्ठ नेता भी जुबानी हमलों में कूद पड़े हैं. एक ओर जहां बीजेपी ने कमलनाथ और राहुल गांधी को इच्छाधारी चुनावी हिंदू बताया, वहीं कमलनाथ ने आरोप लगाया कि बीजेपी समाज को बांटने और गुमराह करने का काम कर रही है.
खुद को हिंदू बताने में जुटे राजनीतिक दल:कमलनाथ का हिंदू को लेकर बयान क्या आया, बीजेपी की ओर से चौतरफा हमले शुरू हो गए. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने अंदाज में कहा, अब तो कमलनाथ को यह प्रमाण देना पड़ रहा है कि मैं तो हिंदू हूं, यह तो अटल जी बहुत पहले कह चुके हैं तन-मन हिंदू, रग-रग हिंदू, मेरा परिचय. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के हमले के बाद गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ के हिंदू वाले बयान पर कहा है, राहुल गांधी और कमलनाथ इच्छाधारी चुनावी हिंदू हैं. टीका लगाना, जनेऊ धारण करना और खुद को हिंदू बताना, इन्हें चुनाव के समय याद आता है.
इनपुट - आईएएनएस