भोपाल। मध्यप्रदेश के खरगोन में घटी घटना को लेकर पुलिस के इंटेलीजेंस सिस्टम को लेकर सवाल उठे हैं. ऐसी घटनाओं में सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को भड़काया गया. जिसने बाद में इन मामलों ने बड़ा रूप लिया. इसको देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने पुलिस के सायबर खुफिया तंत्र को मजबूत करने के लिए नया तरीका अपनाया है. पुलिस अब नगर रक्षा समिति की मदद से मुखबिर तंत्र को मजबूत कर रही है. इसके लिए जिला स्तर पर नगर रक्षा समिति के सदस्यों को ट्रेनिंग दी जा रही है.
कई घटनाओं में उठ चुके इंटेजीजेंस पर सवाल:पिछले दिनों खरगोन में सांप्रदायिक दंगों (Khargone Violence) के चलते कई घरों को नुकसान पहुंचा. घटना में एसपी को भी गोली लगी थी. इस घटना को लेकर पुलिस को पहले से भनक नहीं लगी थी. पुलिस अधिकारियों ने इसके लिए इंटेलीजेंस में चूक मानी है. इसी तरह से भोपाल के ऐशबाग इलाके में महीनों से जमात उल मुजाद्दीन बांग्लादेश के आंतकी रह रहे थे. इसका भी पुलिस को पहले से पता नहीं चल पाया था. इस तरह कई घटनाएं हुई हैं जिसको लेकर सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुए और बाद में क्षेत्र का माहौल बिगड़ा. अब पुलिस मुख्यालय (Police Headquarters Madhya Pradesh) मुखबिर तंत्र को मजबूत करने के लिए नगर रक्षा समिति के सदस्यों को ट्रेंड कर रहा है.