भोपाल। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पंजाब यात्रा के दौरान सुरक्षा में चूक के मामले ने मध्य प्रदेश की सियासत में भी गर्माहट ला दी है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस चूक को जहां साजिश का हिस्सा बताते हुए इसके तार कांग्रेस आलाकमान से जुड़ा होने बता रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ सीएम पर राजनीति करने का आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने सीएम को जांच रिपोर्ट आने से पहले बयानबाजी से बचने की सलाह दी है.
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शिवराज ने कांग्रेस को कटघरे में खड़ा किया
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पंजाब में जो हुआ उसे चूक मानने को तैयार ही नहीं है. वे इसमें साजिश की आशंका जताते हुए कांग्रेस हाईकमान को भी कटघरे में खड़ा कर रहे हैं. सीएम चौहान ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से इस मामले में कई सवाल पूछे थे. साथ ही कहा है कि इस मामले से कांग्रेस हाई कमान के भी तार जुड़ते नजर आ रहे हैं.
सीएम के बयान पर कमलनाथ का पलटवार
मुख्यमंत्री चौहान के बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पलटवार करते हुए कहा, 'पंजाब के फिरोजपुर की घटना की जांच के लिये सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक पांच सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है. सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में केंद्र और पंजाब सरकार द्वारा गठित अलग-अलग समितियों की जांच पर भी रोक लगा दी है. जब यह जांच समिति इस पूरे मामले की जांच कर रही है, तो चलती जांच के दौरान राजनैतिक आरोप-प्रत्यारोप उचित नहीं है.'
राजनीतिक आरोप लगा रहे सीएम शिवराज : कमल नाथ
कमल नाथ ने आरोप लगाया है कि 'मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह इस मामले में सिर्फ राजनीति कर रहे हैं. उनके पास पंजाब की इस घटना के संबंध में यदि कोई तथ्य व प्रमाण है तो उन्हें उसे लेकर जांच समिति के सामने जाएं, सिर्फ मीडिया रिपोर्ट के आधार पर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप लगाना उचित नही है.' कमल नाथ ने आगे कहा, सीएम शिवराज को जांच रिपोर्ट आने का इंतजार करना चाहिए. लेकिन ऐसा लग रहा है कि वे अपनी कुर्सी बचाने व नंबर बढ़ाने के लिए वह कुछ ज्यादा ही उतावलापन दिखा रहे हैं. वे कांग्रेस पर मनगढ़ंत व झूठे राजनीतिक आरोप लगा रहे हैं, उन्हें इससे बचना चाहिये.
इनपुट - आईएएनएस