भोपाल।कोरोना के मामले थमे ज़रूर हैं लेकिन ये जड़ से खत्म नहीं हुआ है. इसीलिए लोगों को अब भी सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है लेकिन इस अपील का उन पर कोई असर नहीं हो रहा. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल मे आलम ये है कि लोग सड़क से लेकर बाज़ार तक बिना मास्क और सोशल डिस्टेन्सिंग के घूमते नज़र आ रहे हैं.लोगों को न मुख्यमंंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) की अपील से कोई फर्क पड़ रहा है और न ही गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) की अपील का.
जनता लापरवाह, सीएम की अपील का असर नहीं
कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन के कर्नाटक मे दस्तक देने के साथ ही (mask reality check bhopal)मध्य प्रदेश सरकार तो अलर्ट हो गई है, लेकिन जनता इतनी बेफिक्र हो गई है मानो कोरोना पर विजय हासिल हो गई हो. सच्चाई ये है कि कोरोना का खतरा अभी बना हुआ है. इसे देखते हुए ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने लोगों से मास्क पहनने सेनेटाइज़र (sanitizer) का इस्तेमाल करने और सोशल डिस्टेन्सिंग (Social Distancing) बनाए रखने की अपील की है. ईटीवी भारत ने सच्चाई जानने के लिए भोपाल के कई व्यस्त बाज़ारों का दौरा किया. पुराने शहर के हनुमानगंज, मारवाड़ी रोड इब्राहिमपुरा ,आजाद मार्केट, मंगलवारा जैसे बाज़ारों में देखा गया कि 50 फीसदी से ज़्यादा लोग बिना मास्क पहने ही खरीदारी कर रहे हैं. दुकानदार भी कम लापरवाह नहीं, वो भी बिना मास्क के सामान बेचते नज़र आए. गांव से आए एक सज्जन पुरुषोत्तम से जब ईटीवी ने बात की गई तो उन्होंने बताया कि (shivraj narottam mask appeal bhopal) उन्हें मास्क पहनने का ध्यान नहीं रहता और न ही कोई मास्क लगाने के लिए टोकता है,जबकि जुमेराती बाजार के थोक कारोबारी अखिल अग्रवाल का कहना है कि जनता को खुद सतर्क रहना चाहिए
कोरोना से बचना है तो मास्क है ज़रूरी!
खतरे को देखते हुए अब व्यापारियों ने कदम उठाने शुरू किए हैं , बिना मास्क पहने आने वाले खरीदारों को सामान न बेचने का फैसला लिया गया है. कोरोना की पहली और दूसरी लहर ने जो तबाही मचाई उसे बीते ज़्यादा दिन नहीं बीते हैं. ऐसे में लोगों को बेपरवाह होना खतरनाक हो सकता है. वो भी तब, जब कोरोना का ओमिक्रॉन जैसा ज़्यादा घातक वेरिएंट पैर पसार रहा है. दूसरी ओर सीएम शिवराज सिंह चौहान की अपील और जनता के बीच मास्क बांटने पर कांग्रेस ने हमला बोला है. कांग्रेस ने इसे बीजेपी का दोहरा चरित्र बताया है. कांग्रेस का आरोप है कि 4 दिसंबर को होने वाले भारतीय जनता पार्टी के आयोजन को देखते हुए सख़्ती नहीं की जा रही है.