भोपाल। मध्यप्रदेश में बढ़ते बिजली संकट पर बीजेपी लगातार कमलनाथ सरकार को घेरने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है. प्रदेश के अनेक जिलों में हो रही समस्या के विरोध में लगातार प्रदर्शन किए जा रहे हैं. वही प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री ने बीजेपी नेताओं पर ही आरोप लगाया है कि जानबूझकर पहले बिजली गुल की जा रही है और उसके बाद प्रदर्शन किए जा रहे हैं. इस मामले में दमोह जिले में हुए प्रदर्शन में सामने आया है कि पहले बिजली को जानबूझकर बंद किया गया उसके बाद प्रदर्शन किया गया है इस मामले में पुलिस ने मामला दर्ज किया है.
बीजेपी नेता करा रहे हैं बिजली गुल, फिर कर रहे हैं प्रदर्शन- पीसी शर्मा
जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि दमोह जिले में 10 जून की रात में 10:45 बजे अज्ञात व्यक्ति द्वारा ग्रामीण फीडर में जानबूझकर फाल्ट बनाकर 22 गांव की बिजली रोकी गई है.
जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि दमोह जिले में 10 जून की रात में 10:45 बजे अज्ञात व्यक्ति द्वारा ग्रामीण फीडर में जानबूझकर फाल्ट बनाकर 22 गांव की बिजली रोकी गई है. ऊर्जा विभाग के कर्मचारियों द्वारा तत्काल कार्रवाई कर रात में 11:45 बजे 1 घंटे में फीडर चालू कर दिया गया था. विभाग द्वारा थाना नोहटा में मध्यप्रदेश विद्युत अधिनियम के तहत अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध एफ आई आर दर्ज करवाई गई है.
उन्होंने कहा कि इस मामले में यह बात भी निकल कर आई है कि
⦁ प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया के नेतृत्व में यह प्रदर्शन किया गया था.
⦁ इस प्रदर्शन से पहले इन्हीं लोगों के इशारे पर बिजली गुल करने का काम किया गया.
⦁ इससे साफ जाहिर होता है कि यह लोग जानबूझकर लोगों को परेशान कर रहे हैं.
⦁ विद्युत कंपनी के अधिकारी कर्मचारी सतत मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
⦁ जहां भी इस तरह की गतिविधियां नजर आ रही है वहां तुरंत एफ आई आर दर्ज करवाने के निर्देश भी दिए गए हैं.