भोपाल ।मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की सड़कों का नजारा जुदा था, मौका था विश्व समिति के शिक्षा वर्ग में हिस्सा ले रही कई देशों की सेविकाओं की मौजूदगी में निकला पथ संचलन. सफेद बॉर्डर वाली साड़ी पहने और हाथ में डंडा थामें बैंड की धुन पर कदम से कदम मिलाकर चल रही सेविकाएं हर किसी को सम्मोहित कर देने वाली थीं. राजधानी के समाज सेवा न्यास में चल रहे विश्व समिति शिक्षा वर्ग 2022 में प्रशिक्षण ले रहीं सेविकाओं ने रविवार को पथ संचलन किया. इसमें 200 से अधिक स्वयंसेविकाओं ने सहभागिता की. अटल पथ से प्रारंभ हुआ यह पथ संचलन जवाहर चौक, तात्या टोपे नगर थाना, गुरुद्वारा होते हुए मॉडल स्कूल पर जाकर समाप्त हुआ. विभिन्न स्थानों पर नागरिकों और सामाजिक संस्थाओं ने सेविकाओं पर पुष्प वर्षा कर पथ संचलन का स्वागत किया. इस दौरान जहां भी पथ संचलन पहुंचा वहां भारत माता की घोष गूंज उठे.
भारत की सनातन संस्कृति सभी को आकर्षित करती है:पथ संचलन में राष्ट्र सेविका समिति की प्रमुख संचालिका मा. शांता अक्का, राष्ट्र सेविका समिति की अखिल भारतीय सहकार्यवाहिका अलका इनामदार, महिला समन्वय की अखिल भारतीय सह संयोजीका भाग्यश्री साठे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहीं. संचलन के उपरांत शांता अक्का ने स्थानीय सेविकाओं को संबोधित करते हुए कहा भारत की सनातन संस्कृति सभी को अपनी ओर आकर्षित करती है. शिविर में आईं सभी बहनें आज द्वितीय वर्ष का प्रशिक्षण लेने यहां आयीं, इसके पीछे भारत की संस्कृति ही है, जो विदेश से भी उन्हें यहां खींच लाई.
ताई ने पाश्चात्य की ओर बढ़ते जा रहे समाज से भारतीयता को बनाए रखने की बात कही. इसके साथ ही उन्होंने भारतीय संस्कृति पर विस्तृत चर्चा करते हुए अपनी संस्कृति पर गौवान्वित होने की बात कही.(Path Sanchalan on the streets of Bhopal)