जैसलमेर/भोपाल।राज्य सरकार के निर्देशानुसार दूसरे राज्यों के प्रवासी श्रमिकों को जैसलमेर से उनके गृह राज्यों में भेजने का दौर सोमवार को दिन भर बना रहा. इन श्रमिकों को जिले के विभिन्न स्थानों से बसों से उनके राज्य भेजा गया. इससे पूर्व सभी बसों को सैनिटाइज किया गया और सभी प्रवासी श्रमिकों को सैनिटाइजर से हैंड वॉश कराया गया. इसके साथ ही चिकित्सकों और मेडिकल टीम की ओर से सभी प्रवासी श्रमिकों की स्क्रीनिंग की गई.
जैसलमेर से हजारों प्रवासी मजदूरों को बसों से भेजा गया उनके घर
राज्य सरकार के निर्देशानुसार दूसरे राज्यों के प्रवासियों को जैसलमेर से उनके गृह राज्य भेजने की कवायद सोमवार से शुरू हुई. इसमें लगभग 140 से अधिक बसों से हजारों श्रमिकों की रवानगी हुई है. इनमें अधिकतर मध्यप्रदेश और पंजाब के श्रमिक शामिल है.
वहीं, सभी श्रमिकों को प्रशासन की ओर से मास्क, हैंड वॉश और सैनिटाइजर दिए गए. इसके साथ ही बसों में भी सैनिटाइजर रखवाए गए और रवानगी से पूर्व उनके नाश्ते और पानी आदि की व्यवस्था भी की गई. इस दौरान जिले के प्रशासनिक अधिकारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, विकास अधिकारी और विभिन्न विभागों के अधिकारीगण दिन भर प्रवासी श्रमिकों को उनके राज्यों में भेजने से संबंधित व्यवस्थाओं में जुटे रहे.
जानकारी के अनुसार सोमवार को पहले दिन 140 से अधिक बसों से हजारों प्रवासियों को उनके गृह राज्य भेजा गया, जिसमें पोकरण से 50 बसें, रामदेवरा से 43 बसें, मोहनगढ़ से 37 बसें और रामगढ़ से 14 बसों के जरिए हजारों श्रमिकों को उनके गृह राज्य के लिए भेजा गया है. इन प्रवासी श्रमिकों में अधिकतर मध्यप्रदेश और पंजाब के श्रमिक थे. हालांकि, अभी भी जिले में हजारों प्रवासी श्रमिक फंसे हैं, जिन्हें उनके गृह राज्य भेजने का क्रम मंगलवार को भी जारी रहेगा.