हैदराबाद।रूस और यूक्रेन के बीच गहराते संकट के मद्देनजर यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने का प्रयास युद्धस्तर पर जारी है. इस संदर्भ में रूस के हमले के बाद यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को निकालने के लिए अब केंद्रीय मंत्रियों को मोर्चे पर लगाया गया है. केंद्र सरकार ने सोमवार को फैसला किया था कि केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरेन रिजिजू और वीके सिंह इस अभियान में समन्वय करने और छात्रों की मदद के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों में जायेंगे. सरकारी सूत्रों ने बताया कि ये मंत्री भारत के ‘विशेष दूत’ के तौर पर वहां गए हैं. सिंधिया रोमानिया और मोल्दोवा गए हैं. वहीं किरेन रिजिजू स्लोवाकिया, हरदीप सिंह पुरी हंगरी और वीके सिंह पोलैंड गए हैं.
सिंधिया ने भारतीय राजदूत से की मुलाकात
यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों के निकासी के लिए नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया बुधवार को रोमानिया पहुंचे. जहां वह लोगों के सकुशल निकासी के प्रयास में जुटे हैं. साथ ही सिंधिया ने मोल्दोवा में भारतीय राजदूत राहुल श्रीवास्तव से रेस्क्यू ऑपरेशन और निकासी और उड़ान योजना के संचालन संबंधी मुद्दों को लेकर चर्चा करने के लिए मुलाकात की. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट के जरिये बताया कि "रोमानिया और मोल्दोवा में भारतीय राजदूत, राहुल श्रीवास्तव से मुलाकात की और आने वाले दिनों में बुखारेस्ट और सुसेवा से निकासी और उड़ान योजना के लिए परिचालन मुद्दों पर चर्चा की. साथ ही उन्होंने अपने ट्वीटर हैंडल पर लिखा कि ऑपरेशनगंगा पूरे गियर में है.
हरदीप सिंह ने ट्वीट कर दी जानकारी
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने हंगरी रवाना होते समय इंडिगो की उड़ान के चालक दल के सदस्यों के साथ की एक तस्वीर साझा करते हुए अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा था, ''अपने छात्रों को सकुशल भारत वापस लाने को तैयार. बुडापेस्ट के रास्ते में होनहार लड़के और लड़कियों के साथ. इस्ताम्बुल में ईंधन लेने के लिए रुकेंगे.'