भोपाल। नेमावर मर्डर केस (Nemawar Murder Case) को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने हाई लेवल मीटिंग बुलाई, सीएम ने कहा कि नेमावर हत्याकांड के आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा, इस केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाएगा, सीएम ने कहा कि यह अपराध नराधम है.
सीएम शिवराज ने की हाई लेवल मीटिंग नेमावर हत्याकांड: परिजनों को दी जाएगी 41 लाख 25 हजार की सहायता
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नेमावर हत्याकांड के बाद पीड़ित परिवार के लिए 41 लाख 25 हजार की सहायता राशि का ऐलान किया है, सीएम ने निर्देश दिया है कि इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट (Fast Track Court) में चलाकर दोषियों को कड़ी सजा दिलवाई जाए. शिवराज सिंह चौहान ने कानून व्यवस्था को लेकर निर्देश दिए कि किसी भी तरह की ढिलाई नहीं होनी चाहिए और चाक-चौबंद व्यवस्था की जानी चाहिए, अपराधी तत्वों के मन में शासन का खौफ होना चाहिए, मध्यप्रदेश में असामाजिक अपराधिक तत्वों से सख्ती से निपटा जाए , बैठक में मुख्यमंत्री के साथ गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा और विभागों के अधिकारी मौजूद रहे.
क्या है नेमावर मर्डर केस (Nemawar Murder Case) ?
नेमावर में 13 मई को से एक ही परिवार के 5 सदस्य अचानक लापता हो गए थे. 15 मई को पुलिस थाना नेमावर में इन 5 लोगों की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई. पुलिस ने लापता लोगों की तलाश के लिए कई टीम बनाई, जो जगह-जगह तलाशी ले रही थी. इतना ही नहीं पुलिस ने लापता लोगों का पता बताने वालों को इनाम देने की भी घोषणा कर दी थी. पुलिस को सूत्रों से जानकारी मिली कि सभी 5 लोगों की हत्या कर शव को जमीन में दफन कर दिया गया है, इसी आधार पर नेमावर पुलिस ने 29 जून को खेत की खुदाई कराई. करीब दस फीट गड्ढा खोदने के बाद सभी लापता ममता (45), रूपाली (21), दिव्या (14), पूजा (15) और पवन (14) के शवों को बरामद किया गया.
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हत्याकांड में शामिल सभी सात आरोपी गिरफ्तार
नेमावर हत्याकांड से जूड़े 7 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, आरोपियों से पूछताछ की जा रही है, वहीं इस हत्याकांड का केस अब फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा, सीएम ने कहा कि हत्यारों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा.