भोपाल। मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने गुरुवार को कहा कि, जिन छात्रों को एक सीरिंज से कोविड वैक्सीन दी गई, वे सभी सुरक्षित हैं. लेकिन उनके स्वास्थ्य की देखभाल के लिए उन्हें 28 दिनों तक निगरानी में रखा जाएगा. मीडियाकर्मियों से बात करते हुए मंत्री ने कहा, 'छात्रों से एकत्र किए गए नमूनों में से किसी में भी संक्रामक रोग का कोई लक्षण नहीं देखा गया है. हालांकि, उन सभी को 28 दिनों तक निगरानी में रखा जाएगा, ताकि उनके स्वास्थ्य की निगरानी की जा सके'.
Negligence in Vaccination: एक ही सिरिंज से कोरोना वैक्सीन लेने वाले सभी छात्र सुरक्षित, 28 दिनों तक निगरानी में रखने के निर्देश - एक सुई एक सिरिंज केवल एक बार प्रोटोकॉल
मध्य प्रदेश के सागर में कोरोना वैक्सीनेशन के दौरान बड़ी लापरवाही देखने को मिली. जिसमें वैक्सीनेशन कर रहे नर्सिंग छात्र ने एक ही सिरिंज से 40 बच्चों को वैक्सीन लगा दी, जिसपर छात्र के पिता ने आपत्ति जताते हुए सवाल पूछा. बचाव में छात्र ने कहा कि मेरे पास एक ही सिरिंज है, मैंने वही किया जो मुझसे करने के लिए कहा गया था. सामग्री देने वाले व्यक्ति ने एक ही सिरिंज दी. टीकाकरण टीम भेजने के प्रभारी जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. राकेश रोशन के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है.
छात्र के परिजन ने जताई आपत्ति: 'एक सुई-एक सिरिंज-केवल एक बार' प्रोटोकॉल के उल्लंघन पर उन्होंने कहा, निश्चित रूप से यह एक बड़ी चूक है और इसलिए दोषी व्यक्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. बुधवार को, मध्य प्रदेश के सागर जिले के जैन पब्लिक स्कूल में 40 छात्रों को एक ही सिरिंज से कोरोना की वैक्सीन दी गई, जो 'एक सुई-एक सिरिंज-केवल एक बार' प्रोटोकॉल का सरासर उल्लंघन है. जब टीकाकरण चल रहा था, एक छात्र के पिता ने देखा कि नर्सिंग छात्र सिरिंज नहीं बदल रहा था और उन्होंने इस पर आपत्ति जताई. नर्सिंग छात्र ने यह कहते हुए अपना बचाव किया कि, उसके पास सभी छात्रों को टीका लगाने के लिए एक सिरिंज है.
इनपुट - आईएएनएस