भोपाल।नवरात्रि पर भक्त 9 दिन उपवास रख मां दुर्गा की अराधना करते हैं. नवरात्रि की समाप्ति के साथ भक्त व्रत का पारण करते हैं. इस बार विजयदशमी के दिन पारण का विधान है. कुछ लोग अष्टमी पूजने के बाद पारण करते हैं. वहीं कुछ लोग नवमी तिथि के दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा के बाद कन्या पूजन और हवन कर पारण करते हैं. इस बार शारदीय नवरात्रि का पारण 15 अक्टूबर दिन शुक्रवार को होगा. उससे पहले ईटीवी भारत की इस रिपोर्ट में पारण का शुभ मुहूर्त और विधि जान लीजिए.
इस शुभ मुहुर्त पर करें पारण
किसी भी व्रत का फल उसके पूर्ण होने के बाद ही मिलता है. कहते हैं कि व्रत के पारण के बाद ही व्रत को पूर्ण माना जाता है. इसलिए व्रत का पारण तिथि और नियमों के अनुसार करना जरूरी है. इस बार नवमी तिथि, 13 अक्टूबर बुधवार को रात 08 बजकर 09 से प्रारंभ होकर 14 अक्टूबर, गुरुवार को शाम 06 बजकर 52 मिनट पर समाप्त होगी. इसलिए नवमी का पूजन 14 अक्टूबर को किया जाएगा. दशमी तिथि 14 अक्टूबर, 06 बजकर 53 मिनट से शुरू हो जाएगी. इसलिए व्रत का पारण सूर्योदय के बाद 15 अक्टूबर के दिन ही करें.
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