भोपाल। मध्यप्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं इसको लेकर शिवराज सरकार ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है. वोटरों को लुभाने के लिए सरकार कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती. इसी के चलते सरकार प्रदेश के 10 फीसदी बुजुर्गों को सरकारी खर्च पर तीर्थ यात्रा करायेगी. कोरोना से राहत मिलने के लगभग 2 साल बाद मार्च के आखिर में मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन ट्रेन श्रद्धालुओं को लेकर रवाना होगी. धर्मस्व विभाग की रेलवे के अधिकारियों के साथ चर्चा भी हो चुकी है. सीएम शिवराज के चौथे कार्यकाल में यह पहला मौका होगा जब ट्रेन से तीर्थ दर्शन कराया जाएगा.
जनवरी 2020 में रवाना हुई थी आखिरी ट्रेन
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन शिवराज सरकार की फ्लैगशिप योजना में से एक है. लेकिन पिछले 2 साल से कोरोना के चलते योजना बंद चल रही थी. इस योजना में श्रद्धालुओं को लेकर आखिरी ट्रेन कमलनाथ सरकार के कार्यकाल में जनवरी 2020 में रवाना हुई थी. कोरोना के चलते इसका संचालन बंद कर दिया गया था. वहीं अब सीएम शिवराज ने समीक्षा बैठक के दौरान धर्मस्व विभाग से इस ट्रेन को चालू करने को कहा. आईआरसीटीसी ने भी ट्रेनों की रवानी को लेकर अपनी सहमति दे दी है.
अयोध्या में रामलला के दर्शन कर सकेंगे श्रद्धालु
धर्मस्व विभाग चाहता है कि पहली ट्रेन भोपाल से रवाना की जाए. उसे हरी झंडी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) दिखाएं. वहीं इस बार श्रद्धालु अयोध्या में रामलला के दर्शन भी कर सकेंगे. वहां राम मंदिर का निर्माण कार्य चल रहा है. इसको अधिसूचित तीर्थ स्थानों में शामिल करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. शिवराज सरकार इस बार तीर्थ दर्शन योजना का प्रचार प्रसार भी जमकर करेगी.