भोपाल। मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय के चुनाव अंतिम चरण में है, क्योंकि नगर निगम में जहां पर अध्यक्ष के चुनाव हो रहे हैं, वहीं नगर पालिका और नगर परिषद में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया जारी है और इनमें मतदान निर्वाचित पार्षदों को करना है. इन स्थितियों में भाजपा और कांग्रेस पार्षदों की बाड़ाबंदी में लगी हुई है और कई पार्षद तो बड़े नेताओं के दरबार तक ले जाए जा रहे हैं.
जीत के लिए भाजपा-कांग्रेस दोनों दलों ने लगाया जोर: राज्य में 75 नगर पालिका और 255 नगर परिषदों में अध्यक्ष के चुनाव हो रहे हैं, इसके साथ ही नगर निगम में महापौर का चुनाव तो सीधे जनता के जरिए हो चुका है, वहीं अध्यक्ष का चुनाव पार्षदों को करना है. दोनों ही दल इन चुनावों में ज्यादा से ज्यादा जीत दर्ज करना चाहते हैं यही कारण है कि भाजपा और कांग्रेस ने इन चुनावों को लेकर न केवल रणनीति तय की है, बल्कि अपने जिम्मेदार नेताओं को भी इस काम में लगा रखा है.
Gwalior Nagar Nigam : सभापति चुनाव में BJP को हार का डर, सभी नवनिर्वाचित 34 पार्षद दिल्ली रवाना