भोपाल।अपने बयानों से कई बार विवाद पैदा करने वाले कांग्रेस के 'चाणक्य' दिग्विजय सिंह इस बार खुद फंस गए दिखाई देते हैं. बीजेपी में उनकी गिरफ्तारी की मांग तेज होती जा रही है. खुद दिग्विजय सिंह भी कह रहे हैं कि उनके विवादित ट्वीट में गलत फोटो लग जाने के बाद उन्होंने उसे हटा दिया. इसके बावजूद दंगे को लेकर उन्होंने जो कहा अगर वह झूठ है तो सरकार उन्हें गिरफ्तार कर ले. दूसरी तरफ बीजेपी लगातार उन्हें घेरने में लगी है. दिग्विजय सिंह के खिलाफ प्रदेश का माहौल खराब करने और धार्मिक उन्माद फैलाने के मामले की धाराओं में कई शहरों में एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं.
गिरफ्तार हो सकते हैं दिग्विजय सिंह सोशल मीडिया के भंवर में फंसे दिग्गी राजा:दिग्विजय सिंह को कांग्रेस का चाणक्य कहा जाता है, लेकिन आपको बता दें कि कांग्रेस के इस चाणक्य का यह पहला मामला नहीं है जब उन्होंने ट्विटर पर गलत फोटो पोस्ट किए और विवाद को जन्म दिया. दिग्गी राजा इससे पहले भी सोशल मीडिया में अपने गलत पोस्ट करने को लेकर जमकर ट्रोल भी हो चुके हैं और बीजेपी के निशाने पर भी रहे हैं. ऐसे ही कई मामले हाल ही के दिनों में सामने आए हैं.
गिरफ्तार हो सकते हैं दिग्विजय सिंह - कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने पाकिस्तान के एक पुल की तस्वीर ट्वीट करते हुए दावा किया था कि यह भोपाल में बना एक रेलवे पुल है. गलत पोस्ट करने पर जब ट्रोल हुए तो अपने ट्वीट के लिये माफी मांग ली.
-एक अन्य ट्वीट में दिग्विजय सिंह ने ट्विटर पर हाथी को शेर का बच्चा ले जाते हुए दिखाया, साथ मे शेर चल रहा है, तस्वीर पोस्ट करते हुए उन्होंने लिखा कि कई बार ऐसा महसूस होता है कि जानवरों में हमसे ज्यादा सहिष्णुता और संवेदनशीलता होती है, वाकई अद्भुत चित्र है, लेकिन वह फोटो फेब्रिकेटेड निकली.
- मध्य प्रदेश की सड़कों को लेकर की गई अपनी पोस्ट को लेकर भी दिग्गी बीजेपी के निशाने पर रहे हैं. ट्विटर पर दिग्विजय सिंह ने गड्ढे वाली सड़कों का एक फोटो ट्वीट किया और उसमें लिखा कि शिवराज जी प्रदेश के मामू , कहते हैं वाशिंगटन की सड़कों से मध्य प्रदेश की सड़कें बेहतर हैं. ट्विटर पर किए गए दिग्विजय सिंह के कटाक्ष का बीजेपी ने बदला दिया और सही फोटो शेयर करते हुए लिखा कि दिग्विजय सिंह जी को झूठ बोलने की इतनी आदत हो गई है कि वे 2015 की इलाहाबाद की सड़कें जो कि अखिलेश सरकार के जमाने की हैं उसे मध्य प्रदेश की बता रहे हैं. बीजेपी ने लिखा आप मुख्यमंत्री थे तब मध्यप्रदेश में इसी तरह की सड़कें हुआ करती थी,वही आप याद कर रहे हैं.
गिरफ्तार हो सकते हैं दिग्विजय सिंह विवादों से है पुराना नाता:साल 1998 के दौरान जब दिग्विजय सिंह मुख्यमंत्री थे तब मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के मुलताई में किसान आन्दोलन के दौरान पुलिस फायरिंग में करीब 24 किसानों को गोली मारी गई थी. हालांकि पुलिस ने 17 लोगों की मौत की बात कही थी.उस वक्त भी दिग्विजय विवादों में रहे. उनपर मृतकों की संख्या छुपाने के आरोप लगे.-साल 2011 में जब अमेरिका ने अल-कायदा प्रमुख बिन लादेन को मार दिया था. दिग्विजय सिंह ने ओसामा बिन लादेन की मौत को लेकर सवाल उठाए थे, उन्होंने ओसामा को ओसामा जी कह दिया. इस बात पर काफी विवाद हुआ था.-साल 2013 के दौरान दिग्विजय सिंह ने बिहार के बोध गया में हुए बम ब्लास्ट के साथ भाजपा का नाम जोड़ा गया था. इसके बाद दिग्विजय सिंह को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा.- दिग्विजय सिंह के एक ट्वीट ‘बच्चा-बच्चा राम का, राघव जी के काम का’ लेकर किए गए ट्वीट को लेकर आरएसएस के स्वयंसेवक ने उनके खिलाफ एक शिकायत दर्ज कराई थी.- साल 2011 में दिग्विजय सिंह ने आरएसएस पर आरोप लगाते हुए बटाला हाउस मुठभेड़ को फर्जी बता डाला था.- दिग्विजय सिंह को कांग्रेस पार्टी की ही एक सांसद मीनाक्षी नटराजन को लेकर अभ्रद टिप्पणी के चलते भी आलोचनाएं सहनी पड़ी थीं.- दिग्विजय सिंह ने साल 2017 मई में एक ट्वीट कर कहा था कि तेलंगाना पुलिस ने मुसलमान युवकों को कट्टरपंथी बनाने के लिए आरएसएस की एक नकली वेबसाइट का निर्माण किया गया है. जिसके चलते तेलंगाना पुलिस ने उनके खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज किया था.- साल 2021 में दिग्विजय सिंह ने सरस्वती शिशु मंदिर को लेकर आपत्तिजनक बयान देते हुए कहा था कि यहां बचपन से ही सबके दिलो-दिमाग में दूसरे धर्मों के लिए नफरत भरी जाती है. अपने इस बयान को लेकर भी उन्हें काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा.
हो सकती है गिरफ्तारी
माना जा रहा है कि इस ताजा मामले में फर्जी पोस्ट करना दिग्विजय सिंह को भारी पड़ सकता है. मध्य प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने कहा है कि दिग्विजय सिंह की अब गिरफ़्तारी होगी. वो बचेंगे नहीं उन्होंने बड़ा अपराध किया है. भोपाल में क्राइम ब्रांच ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. मध्य प्रदेश बीजेपी के तमाम नेता उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. दिग्विजय को गिरफ्तार करने के लिए सोशल मीडिया पर भी कैंपेन चलाया जा रहा है. प्रदेश बीजेपी के कई नेता सोशल मीडिया पर उनकी गिरफ्तारी को लेकर अभियान चलाए हुए हैं. इसे देखते हुए यह माना जा रहा है कि इस बार कांग्रेस का यह चाणक्य सोशल मीडिया के भंवर में फंस गया लगता है. दिग्विजय पर अब गिरफ्तारी की तलवार भी लटक रही है.