भोपाल।प्रदेश के सार्वजनिक परिवहन की बसों में अगले एक माह में पैनिक बजट लगाए जाएंगे. परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने स्कूल बसों में बच्चों से छेड़छाड़ के मामले में कहा कि सार्वजनिक परिवहन की बसों में सुरक्षा के इंतजामों को पुख्ता करने के लिए पैनिक बजट लगाए जा रहे हैं, जिससे जरूरत के समय पैनिक बटन का उपयोग किया जा सके. अगले एक महीने में सभी बसों में पैनिक बजट लगा दिए जाएंगे. इस क्रम में प्रदेश के करीब 10 लाख वाहनों में पैनिक बटन लगाए जाएंगे.
अगले महीने तक MP के यात्री वाहनों में लगेंगे पैनिक बटन! जानिए कैसे करेंगे काम, कितना आएगा खर्च - एमपी यात्री वाहनों में लगेंगे पैनिक बटन
अगले एक माह में यात्री वाहनों में पैनिक बटन (Panic button) लगाए जाएंगे, इससे प्रदेश में 10 लाख वाहन के रूट और स्पीड तक की जानकारी मिलेगी. आइए जानते हैं क्या होता है पैनिक बटन और यह कैसे काम करेगा.
ऐसे काम करेगा पैनिक बजट:परिवहन विभाग द्वारा प्रदेश भर में यात्री वाहनों में पैनिक बटन लगाने के लिए चार कंपनियों को अधिकृत किया जा चुका है, जल्द ही इन कंपनियों की संख्या बढाकर 14 की जाएगी. बसों में पैनिक बटन के साथ व्हीकल लोकेशन ट्रेकिंग डिवाइस यानी वीएलटीडी भी लगाई जाएगी. इन दोनों डिवाइस को एक बस में लगाए जाने का खर्च करीब साढ़े 6 हजार रुपए आएगा, एक बस में करीब चार पैनिक बटन लगाए जाएंगे. जरूरत के वक्त जैसे ही कोई पैनिक बटन दबाएगा, उसका अलर्ट सीधे कंट्रोल रूम में पहुंच जाएगा, इसके साथ संबंधित वाहन की लोकेशन और उसकी पूरी डिटेल भी पुलिस तक पहुंच जाएगी, जिसके बाद नजदीकी एफआरवी वाहन मौके पर मदद के लिए पहुंच जाएगी.
तैयार किया जा रहा है कमांड सेंटर:बताया जा रहा है कि परिवहन विभाग को निर्भया फंड के तहत केन्द्र और राज्य सरकार से इसके लिए करीब 16 करोड़ रुपए मिले हैं, यह कंट्रोल कमांड सेंटर राजधानी भोपाल में बनाया गया है. बस में लगे डिवाइस से यात्री वाहन के निर्धारित रूट से अलग रूट पर चलने पर इसका अलर्ट विभाग को मिल जाएगा.