भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य सरकार के अहम पदों पर बैठे अधिकारियों को महत्वपूर्ण निर्देश दिए. सीएम ने कई जिलों को जमकर फटकार लगाई, तो वहीं कई जिलों के अच्छे काम के लिए उनकी पीठ भी थपथपाई. उन्होंने भिंड में अवैध शराब से लोगों की मृत्यु की घटना पर चंबल रेंज के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक और भिंड के पुलिस अधीक्षक से पूछा कि आप क्या रहे थे. यह संभव ही नहीं है कि थाने को पता न हो, लापरवाही बर्दाश्त नहीं करूंगा.
अवैध शराब की बिक्री रुके इसलिए घटा रहे शराब के दाम
जहरीली शराब से हुई मौतों पर सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि लोग मर रहे हैं और ये नहीं हो सकता कि थाने को पता न हो. सीएम का इशारा सीधे तौर पर थाने और आबकारी विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत की तरफ था. उन्होंने कहा कि माफिया चाहे भूमि से जुड़ा हो या फिर शराब से, किसी को नहीं छोड़ना है. आबाकरी नीति में कीमतें हमने इसलिए कम की है कि अवैध शराब की बिक्री रुके, लेकिन हमें सावधानी भी रखनी है.
अपराधों में सजा न होना हमारी विफलता - सीएम
बैठक में अपराध और सजा पर सवाल-जवाब हुआ. जब यह बताया गया कि मुरैना में सिर्फ 11.11 प्रतिशत अपराधों में सजा हुई है, तो मुख्यमंत्री ने नाराजगी जताते हुए पुलिस अधीक्षक से पूछा कि आखिर ऐसा क्यों. वे जब उत्तर देने लगे तो उन्हें टोकते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जो पूछा जाए वो ही बताएं. इंदौर कमिश्नर से मुख्यमंत्री ने कहा कि सजा न हो पाना हमारी विफलता है. सब सुन लें, अपराधों में सजा होनी ही चाहिए. इसके लिए जो करना हो, वो करें. रायसेन जिले को सौ प्रतिशत मामलों में सजा होने पर बधाई दी गई.
भू-माफिया से मुक्त कराई 557 एकड़ भूमि
एमपी में भू-माफिया के खिलाफ कार्रवाई की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई. इसमें बताया गया कि भू-माफिया और अतिक्रमणकारियों से 557 एकड़ भूमि मुक्त कराई गई. इसका अनुमानित मूल्य 558 करोड़ रुपये है. भू-माफिया और अवैध कब्जाधारियों पर कार्रवाई करने में भोपाल सबसे बेहतर रहा है. गुना में सर्वाधिक 123 एकड़ भूमि भू-माफिया और कब्जेधारियों से मुक्त कराई. भू-माफिया के खिलाफ 779 प्रकरण दर्ज हुए और 45 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया साथ ही 1हजार 453 अतिक्रमण तोड़े गए. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि माफिया, गुंडे, बदमाशों को आतंक का पर्याय नहीं बनने देना है, इन्हें हर हाल में नेस्तनाबूद करना है.