भोपाल। राजधानी भोपाल के वासियों के लिए एक खुशखबरी है. अब गैस पीड़ितों को कैंसर अस्पताल की भी सौगात जल्द मिलेगी. यह फैसला विभाग की बैठक में चिकित्सा शिक्षा एवं गैस राहत मंत्री विश्वास सारंग (Vishwas Sarang) ने लिया है. भोपाल के गैस राहत विभाग अंतर्गत रसूल अहमद सिद्दीकी पल्मोनरी मेडिसिन सेंटर को कैंसर अस्पताल के रूप में विकसित करने हेतु योजना तैयार करने के निर्देश दिये. इसके इसके साथ ही नॉलेज शेयरिंग के तहत भोपाल गैस राहत अस्पताल और गांधी मेडिकल कॉलेज साथ मिलकर काम करेंगे.
मंत्री विश्वास सारंग ने दिये निर्देश:प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा व भोपाल गैस त्रासदी एवं पुनर्वास मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने गुरुवार को मंत्रालय स्थित समिति कक्ष में भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास विभाग की समीक्षा बैठक की. बैठक में गैस राहत विभाग अंतर्गत संचालित 6 अस्पतालों, 6 डिस्पेंसरीज, सीएमओ ऑफिस के कायाकल्प के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर, भवन के रख रखाव और रिनोवेशन के कार्य कराये जाने के लिए 23.76 करोड़ राशि का प्राक्कलन (अनुमान) पेश किया. बैठक में सारंग ने निर्देश दिये कि विभाग कायाकल्प कार्य की प्राथमिकता को घ्यान में रखते हुए प्राक्कलन समय-सीमा में कराये जाना सुनिश्चित करें. ताकि मरीजों को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके.
पूर्व में स्वीकृत राशि का भी करें आंकलन: बैठक के दौरान गैस राहत विभाग द्वारा उपकरणों की आवश्यकता हेतु प्रस्ताव पेश किया गया. जिसमें वर्तमान में 2665 उपकरण चिंहाकित किये गये हैं. इस पर मंत्री सारंग ने उपकरणों की सूची संबंधित चिकित्सालय अधीक्षक तथा सीएमओ का पुनः परीक्षण कर 2 दिन में प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिये. इसके अतिरिक्त मंत्री सारंग ने गैस पीड़ितों के आर्थिक पुनर्वास के अंतर्गत पूर्व में स्वीकृत राशि का भी आंकलन कर प्रस्तावित कार्यवाही प्रस्तुत करने की बात कही.