भोपाल.2023 के विधानसभा चुनाव को क्या सपाक्स 2018 का सिक्वल बनाने की तैयारी कर रहा है. एक तरफ कांग्रेस और बीजेपी जहां एससी एसटी वोटर पर फोकस कर अगले चुनाव की जमावट कर रही है. दूसरी तरफ सपाक्स ने भी समय से काफी पहले चुनावी मैदान में अपने उतारने की तैयारी कर एमपी में जातिवादी राजनीति के खिलाफ डंका बजाने की तैयारी कर ली है.सपाक्स 30 सितम्बर से पूरे प्रदेश में क्रांति यात्रा निकालने जा रही है. इस यात्रा का एजेंडा है कांग्रेस बीजेपी के खिलाफ पोल खोल अभियान चलाना है. सपाक्स ने यह भी ऐलान किया है कि पार्टी 2023 के विधानसभा चुनाव में प्रदेश की सभी 230 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी. इसके लिए पार्टी बाकायदा सर्वे भी करवा रही है.
चुनाव से पहले सुर्खियों में सपाक्स: मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव में अभी हांलाकि अभी 1 साल का समय है, लेकिन इस बार भी सपाक्स ने समय से पहले मोर्चा संभालने की तैयारी कर ली है. निकाय चुनाव के बाद अब सपाक्स 2023 के विधानसभा चुनाव में भी 230 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी. इसके लिए सपाक्स अभी से एक्शन मोड में आ चुकी है. 30 सितम्बर से सपाक्स एमपी में अपना पॉलीटिकल वार्म अप शुरु करेगी. इस दिन पार्टी पहले क्रांति दिवस मनाएगी इसी दिन से पूरे प्रदेश में क्रांति यात्रा निकाली जाएगी. इस यात्रा का मकसद केवल वोटर के बीच सपाक्स की कनेक्टिविटी बनाना ही नहीं होगा बल्कि पार्टी का एजेंडा यात्रा के जरिए कांग्रेस बीजेपी के खिलाफ पोल खोल अभियान चलाना है. यात्रा के दौरान लोगों को ये बताया जाए कि कैसे बुनियादी जरुरतों के मुद्दों से ध्यान हटाने प्रदेश में जातिवाद की राजनीति को आगे बढ़ाया जा रहा है. सपाक्स दोनों दलों की सरकारों में हुए भ्रष्टाचार का डाटा भी तैयार कर रही है.