भोपाल। मध्य प्रदेश में बीते डेढ़ दशक के बाद मिली एक बड़ी हार ने भाजपा के कान खड़े कर दिए हैं. 2023 विधानसभा चुनाव (MP assembly elections 2023) को लेकर बीजेपी का बड़ा प्लान यह है कि भाजपा ने राज्य को अपना अभेद्य किला बनाने की कोशिशें तेज कर दी है. इसी के चलते पार्टी अपने वोट प्रतिशत को 10 प्रतिशत और बढ़ाने में जुट गई है. राज्य में भाजपा ने वर्ष 2003 में कांग्रेस से सत्ता छीनी थी और उसके बाद डेढ़ दशक तक भाजपा का राज रहा, मगर वर्ष 2018 के चुनाव में मिली हार के चलते भाजपा को सत्ता छोड़नी पड़ी थी. यह बात अलग है कि कांग्रेस में हुई बगावत के बाद भाजपा को एक बार फिर राज्य की सत्ता संभालने का मौका मिला.
वोट प्रतिशत को लेकर संतुष्ट नहीं संगठन महामंत्री
भाजपा के पास राज्य की सत्ता भले हो, मगर वह अपने जनाधार या यूं कहें कि वोट प्रतिशत को लेकर संतुष्ट नहीं है. पार्टी राज्य को अपना अभेद्य किला बनाना चाहती है और यह तभी संभव है जब उसके पास वोट प्रतिशत आधे से अधिक अर्थात 51 प्रतिशत हो. इसी बात को ध्यान में रखकर पार्टी ने अपने कदम आगे बढ़ने शुरु कर दिए हैं. अभी हाल ही में राज्य के प्रवास पर आए पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बी एल संतोष ने भी पार्टी के नेताओं के साथ हुई बैठक में वोट प्रतिशत बढ़ाने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि प्रदेश में पार्टी का वोट प्रतिशत बढ़ाकर 51 फीसदी पर ले जाना है, इसके लिए घर-घर जाकर संपर्क किया जाए.
10 प्रतिशत वोट शेयर बढ़ाने पर जोर