भोपाल। 20 जुलाई से मध्य प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होने जा रहा है. जिसके लिए पक्ष-विपक्ष ने एक दूसरे को घेरने के लिए एक हजार से ज्यादा सवाल इस सत्र में लगाए हैं. बीजेपी ने जहां किसान कर्जमाफी, छिंदवाड़ा में किए गए टेंडर को लेकर सवाल लगाए हैं, वहीं कांग्रेस ने किसानों, प्रवासी श्रमिकों को लेकर सत्ता पक्ष से सवाल पूछे हैं.
विधानसभा के मानसून सत्र में लगे एक हजार से ज्यादा सवाल, कांग्रेस ने कहा- बीजेपी नहीं चलाएगी पूरा सत्र
विधानसभा के मानसून सत्र के लिए विधायकों ने एक हजार से ज्यादा सवाल लगाए हैं. पांच दिन चलने वाले इस सत्र के दौरान ही बजट भी पेश किया जाएगा. हालांकि पांच दिन के सत्र पर कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है. पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल का कहना है कि बीजेपी सत्र चलाने से कतराती है. लेकिन विपक्ष की तैयारी पूरी है.
विधानसभा सचिवालय के प्रमुख सचिव अवधेश प्रताप सिंह के मुताबिक पांच दिन तक चलने वाले सत्र में पांच बैठकें होंगी इनमें किसान गेहूं उपार्जन, किसानों के साथ-साथ जनहित से जुड़े सभी मुद्दों के सवाल पूछे गए हैं. उन्होंने कहा कि इस बार कोरोना को देखते हुए विधानसभा सत्र के दौरान कामकाज सरकार जल्दी निपटाएगी. सत्र के दौरान बजट भी पेश किया जाएगा. जो की बिना चर्चा के ही पास किया जाएगा.
विधानसभा सत्र को लेकर पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि सरकार विधानसभा सत्र चलाना ही नहीं चाहती. पहले भी बीजेपी एक दिन का सत्र बुला चुकी है. क्योंकि बीजेपी सत्र चलाने से कतराती है इसके बाद भी विपक्ष पूरी तरह तैयार है और पूरी मजबूती के साथ जनता की समस्याओं को सरकार के सामने रखेगी. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि बीजेपी कोरोना के नाम पर सदन को चलने ही नहीं देना चाहती. चार दिन भी सदन पूरा चलेगा यह मुश्किल लग रहा है.