भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार की शराब नीति का विरोध कर रहीं वरिष्ठ भाजपा नेता उमा भारती (Former CM Uma Bharti) एक बार फिर सड़कों पर उतर आईं हैं. लेकिन, इस बार उन्होंने किसी दुकान पर पत्थर नहीं मारा बल्कि दुकान के सामने कुर्सी लगाकर बैठ गईं. मंगलवार रात को राजधानी भोपाल के आशिमा मॉल के पास शराब की दुकान के पास उमा भारती ने अपनी चौपाल लगा दी. उन्होंने कहा कि शराबबंदी की बात दिल्ली तक बात पहुंचाई, जिसमें तय हुआ कि शराब के अहाते नहीं खुलेंगे. लेकिन, समस्या का हल अभी तक नहीं हुआ और साफ दिख रहा है कि शराब और शराबियों की संख्या लगातार बढ़ रही है.
भय बिन होय न प्रीत:उमा भारती ने सुंदरकांड की चौपाई का उदाहरण देते हुए कहा कि-" विनय न मानत जलधि जड़, गए तीन दिन बीत, बोले राम सकोप तब भय बिन होय न प्रीत ". उन्होंने बताया कि शराब पीने वालों को जब शराब चढ़ती है, तो वह नशे की ओर बढ़ जाते हैं. फिर इस तरह घातक शराब की चपेट में आ जाते हैं. उमा भारती ने कहा मध्यप्रदेश में इसी तरह का रोड मैप बन रहा है, जिसे रोका नहीं गया तो हालात भयावह होंगे.
सुरक्षित महसूस नहीं करती हैं महिलाएं:उमा भारती मिसरोद थाना क्षेत्र के एक पाटीदार परिवार के यहां से लौट रही थीं. तभी शराब दुकान पर जमा लोगों को देखते हुए दुकान पर रुक गईं और चौपाल लगा दी. उनके आने की सूचना पर मिसरोद पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. उमा भारती ने थाना प्रभारी से कहा कि - "मुझे विश्वास है कि आप शराब नहीं पीते होंगे. लेकिन, शराब दुकान के सामने से निकलते समय महिलाएं सुरिक्षत महसूस नहीं करती ". उन्होंने कहा कि इस बार पत्थर नहीं मारेंगे पत्थर मारना तो अपराध है, अब कुछ और मारेंगे. जाते-जाते उन्होंने कहा कि वह 3 दिन बाद फिर आएंगी. पूरी रात रहूंगी मेरा व्यक्ति चुपके से स्टिंग करेगा.