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प्रदेश में किसान विरोधी सरकार, किसान पुत्र सीएम नहीं ले रहे किसानों की सुधः कमलनाथ

बारिश के बाद खराब हुई सोयाबीन की फसलों पर कमलनाथ ने सीएम शिवराज पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि किसानों की सोयाबीन की फसलें खराब हो चुकी हैं. लेकिन सीएम उपचुनाव में व्यस्त हैं. खुद को किसान पुत्र कहने वाले सीएम शिवराज आज किसानों की कोई सुध नहीं ले रहे हैं.

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कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री

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Published : Aug 28, 2020, 1:56 PM IST

भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने हाल ही में बारिश से खराब हुई फसलों पर शिवराज सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा है कि प्रदेश में फिर किसान विरोधी सरकार आ गई और किसानों की सुध लेने वाला कोई नहीं है. इस सब के जिम्मेदार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह हैं.

कमलनाथ के निर्देश पर मालवा अंचल में खराब हुई सोयाबीन की फसल का मुआयना करने के लिए हेलीकॉप्टर से कांग्रेस का प्रतिनिधि मंडल देवास जिले के टोंक खुर्द भेजा है. यह प्रतिनिधिमंडल स्थानीय किसानों से मिलकर उनकी खराब फसलों को देखकर चर्चा करेगा और रिपोर्ट कमलनाथ को सौंपेगा. प्रतिनिधिमंडल में पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, गोविंद सिंह, कमलेश्वर पटेल रहेंगे.

फसलों का नहीं किया गया सर्वे

कमलनाथ ने आरोप लगाते हुए कहा है कि प्रदेश के कई हिस्सों से सोयाबीन की फसल बर्बाद होने की खबरें सामने आई हैं. लेकिन शिवराज सिंह चौहान किसानों की कोई सुध नहीं ले रहे हैं. किसान सर्वे और राहत की मांग कर रहे हैं, सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन सीएम शिवराज राहत प्रदान करने वाले कोई कदम नहीं उठा रहे हैं. प्रदेश में एक बार तो किसान विरोधी सरकार आ गई है, किसान परेशान हैं, लेकिन सरकार उप चुनाव की तैयारियों में लगी हुई है.

किसानों को लाखों का नुकसान

कमलनाथ का कहना है कि सरकार ने किसानों को राहत प्रदान करने के लिए अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं. किसान सरकार की ओर उम्मीद भरी निगाहों से देख रहा है. लेकिन सरकार किसान की तरफ देख ही नहीं रही.

कोरोना वायरस के कारण पहले से ही किसान परेशान हैं अब बरसात से प्रदेश के कई हिस्सों में आई बाढ़ से उसकी फसल पर संकट आ पड़ा है. आज सोयाबीन की फसल के भी खराब होने से उसे भारी नुकसान व संकटों का सामना करना पड़ेगा. खुद को किसान पुत्र बताने वाले अपनी सरकार में किसान भाइयों को संकट में सुध नहीं ले रहे हैं.

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