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MP में दो साल से युवा एंटरप्रेन्योर्स को नहीं मिली अनुदान राशि, कमलनाथ का सीएम शिवराज को पत्र, जिम्मेदारी तय करें सीएम साहब

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Published : Dec 23, 2021, 1:13 PM IST

MP के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सीएम शिवराज को पत्र लिखकर उधमियों को जल्द से जल्द अनुदान सहायता राशि जारी करने की मांग की है. लेटर में कमलनाथ ने कहा है कि दो वर्षों से अनुदान की राशि सरकार की ओर से वितरित नहीं की गई है. यह अनियमितता है और इसकी जांच होनी चाहिए. राशि वितरण न होने के कारण उद्यमों के संचालन के साथ-साथ बैंकों के ऋण चुकाने में भी कठिनाई हो रही है.

Kamal Nath's letter to Shivraj regarding distribution of grant
अनुदान सहायता राशि वितरण को लेकर कमलनाथ का शिवराज को पत्र

भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने MP में विभिन्न स्वरोजगार योजनाओं के अंतर्गत युवा उद्यमियों की सहायता राशि रोके जाने पर नाराजगी जताई. उन्होने सीएम शिवराज सिंह चौहान को लेटर भेजकर मांग की है कि उद्यमों के सुचारु संचालन के लिए देय अनुदान सहायता का अविलंब वितरण कराया जाए. कमलनाथ ने पत्र में कहा कि सीएम संबंधित विभाग को इस बारे में उचित आदेश प्रदान करें और साथ ही जिम्मेदारी भी तय करें कि किसकी वजह से ये सहायता राशि अटकी.

दो साल से नहीं मिली राशि
कमलनाथ ने सीएम को लिखे पत्र में कहा कि एमपी में प्रदेश के युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए विभिन्न स्वरोजगार योजनाएं मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना, मुख्यमंत्री स्व रोजगार योजना, मुख्यमंत्री कृषक उद्यमी योजना संचालित हो रही हैं. स्वरोजगार के लिए युवाओं द्वारा इन योजनाओं के अंतर्गत लिए जाने वाले ऋण की राशि के अनुकूल और प्रावधान के अनुसार सरकार की ओर से अनुदान की राशि उद्यमियों को प्रदान की जाती है. हजारों युवा उद्यमियों ने इन योजनाओं में प्राप्त होने वाले अनुदान के सहयोग के कारण बैंकों से ऋण प्राप्त कर अपने उद्यम प्रारंभ किए थे. लेकिन पूर्व के स्वीकृत प्रकरणों में विगत दो वर्षों से देय अनुदान की राशि सरकार की ओर से वितरित नहीं किया जाना चिंता का विषय है.

नहीं चुका पा रहे कर्ज
कमलनाथ ने कहा कि अनुदान की राशि के वितरण न होने के कारण युवा उद्यमियों को उद्यमों के संचालन के साथ-साथ बैंकों के ऋण चुकाने में भी कठिनाई हो रही है. कमलनाथ ने कहा कि कोरोना काल में व्यापार, व्यवसाय ठप होने के कारण छोटे और मझौले व्यापारियों और उद्यमियों को नुकसान उठाना पड़ा है. युवा उद्यमियों को अपने उद्यम की निरंतरता बनाए रखने में भी समस्याएं आई हैं. कुछ स्टार्टअप्स ने बैंकों के ऋण चुकाने के लिए साहूकारों से कर्ज भी लिए. इस हालत में युवा उद्यमियों को सरकार की ओर से देय अनुदान सहायता का वितरण कराया जाना बेहद जरुरी है.

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