भोपाल। मध्यप्रदेश में कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में बीजेपी के सामने करारी हार का सामना करना पड़ा है. अब ऐसी स्थिति में प्रदेश अध्यक्ष को बदलने की मांग भी उठने लगी है. वहीं कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने प्रदेश अध्यक्ष को बदलने की अटकलों पर विराम लगा दिया है. कैबिनेट मंत्री ने कहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास राष्ट्रीय स्तर पर बड़ा दायित्व है इसलिए शायद वे प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनना चाहते हैं.
'सिंधिया नहीं बनना चाहते हैं प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष' - भोपाल
कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने प्रदेश अध्यक्ष को बदलने की अटकलों पर विराम लगा दिया है. कैबिनेट मंत्री ने कहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास राष्ट्रीय स्तर पर बड़ा दायित्व है इसलिए शायद वे प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनना चाहते हैं.
कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का कहना है कि सभी विधायकों की एक सामान्य बैठक बुलाई थी. जहां सभी विधायकों ने एकजुट होकर साफ कर दिया है कि वे सभी कमलनाथ के साथ खड़े हैं. इसके साथ ही सपा, बसपा और निर्दलीय विधायकों ने भी कमलनाथ सरकार का समर्थन किया है. कैबिनेट मंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार मध्यप्रदेश में 5 साल अडिग और अटल रहेगी. कोई भी सरकार को नहीं हटा सकता है.
लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया को कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की अटकलों का जवाब देते हुए गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि वह पहले से ही राष्ट्रीय स्तर पर मिले दायित्व को संभाल रहे हैं. इस समय कांग्रेस के महासचिव का पद उनके पास है. मैं नहीं समझता हूं कि उन्हें प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनना है क्योंकि उनके पास पहले से ही एक बड़ी जिम्मेदारी है.