भोपाल। मध्य प्रदेश में जूनियर आयुष डॉक्टरों (Ayush Junior Doctors) के स्टाइपेंड बढ़ाने को लेकर आदेश जारी कर दिए गए हैं, लेकिन यह स्टाइपेंड छात्रों की मांगों के मुताबिक नहीं है. डॉक्टरों का कहना है कि ऊंट के मुंह में जीरा के बराबर स्टाइपेंड बढ़ाया गया है. इसको लेकर वह जल्द ही मीटिंग करके आगे की रणनीति बनाएंगे. उनके अनुसार सरकार ने जो वादा किया था उसको पूरा नहीं किया.
मांगों को लेकर लामबंद थे जूनियर डॉक्टर: स्टाइपेंड बढ़ाने को लेकर जूनियर आयुष डॉक्टर 23 फरवरी से 5 मार्च तक हड़ताल पर चले गए थे. लेकिन विभाग के अधिकारियों और सरकार से मिले आश्वासन के बाद अपनी हड़ताल खत्म कर दी थी. यह सभी जूनियर डॉक्टर अपने स्टाइपेंड सहित अन्य मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ लामबंद थे. इसके बाद आयुष विभाग ने अब जूनियर डॉक्टरों का स्टाइपेंड बढ़ा दिया है. फर्स्ट ईयर से थर्ड ईयर तक के छात्रों को हर महीने करीब 7000 से ज्यादा का स्टाइपेंड बढ़कर ही मिलेगा.