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Uric Acid: अब ऐसे दूर होगा जोड़ों का दर्द, इन बातों का रखें ध्यान, इन चीजों को कहें ना.. - madhya pradesh news in hindi

Uric Acid की समस्या एक लाइफस्टाइल संबंधी रोग है, जिस पर अगर ध्यान ना दिया जाए तो यह गंभीर बीमारी का रुप ले लेता है. यूरिक एसिड क्या है और इससे बचने के लिए किन बातों का ध्यान रखा जाए और किन चीजों को ना कहा जाए, ये जानना बहुत जरूरी है.

Uric acid diet chart
जोड़ों का दर्द

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Published : Jun 6, 2022, 6:19 PM IST

भोपाल। अगर आपको जोड़ों में दर्द रहता है और सामान्य से ज्यादा बार पेशाब जाने की इच्छा होती है, तो इसे नजरअंदाज बिल्कुल ना करें. हो सकता है आप यूरिक एसिड से ग्रस्त (Uric Acid Level) हों, जो आगे चलकर जैसे- गठिया, किडनी स्टोन और डायबिटीज जैसी कई गंभीर बीमारियों में बदल सकता है. आइए जानते हैं क्या हैं इसके निदान और उपाय-

अब ऐसे दूर होगा जोड़ों का दर्द

क्या है यूरिक एसिड:शरीर में 'यूरिक एसिड' प्यूरीन नामक यौगिकों से बनता है, शरीर में प्यूरीन के दो मुख्य स्रोत हैं: भोजन और मृत कोशिकाएं. अधिकांश यूरिक एसिड पेशाब और मल त्याग में बाहर निकल जाता है, यूरिक एसिड एक कार्बनिक यौगिक है जो हाईड्रोजन, ऑक्सीजन और नाईट्रोजन जैसे तत्वों से मिलकर बनता है. यूरिक एसिड हमारे शरीर में बनने वाला एक कैमिकल होता है, जो शरीर में बनने के साथ-साथ भोजन के जरिए भी शरीर में प्रवेश करता है. यह एसिड रक्त के माध्यम से किडनियों तक पहुंचता है, किडनी इसका शरीर की जरूरत के हिसाब से संतुलन करने के बाद जरूरत से अधिक एसिड को पेशाब के माध्यम से बाहर निकाल देती हैं.

ऐसे होता है परीक्षण: रक्त में यूरिक एसिड का पता लगाने के लिए विशेषज्ञ मरीज को रक्त परीक्षण के लिए कह सकते हैं, जिसके माध्यम से पता लग जाता है कि मरीज के रक्त में यूरिक एसिड का स्तर क्या है. यह परीक्षण बहुत ही सरल होता है, इसकी रिपोर्ट जल्द ही आ जाती है. इस जांच में यूरिक एसिड को मिलिग्राम (mg) और रक्त को डिकिलीटर (dL) में मापा जाता है.

बचा जा सकता है समस्या से:महिलाओं और पुरुषों के सामान्य यूरिक एसिड के मानक भिन्न हैं, सामान्य तौर पर अगर मरीज के यूरिक एसिड का स्तर इन मानकों से ऊपर है तो उसके लिए विशेषज्ञ से जरूर मिलें. डॉक्टर प्रेरणा शर्मा यूरिक एसिड से बचाव के उपाय बताती हैं, वह कहती हैं कि "डॉक्टर को दिखाने के साथ ही अगर इन डाइट पर भी ध्यान दिया जाए तो यूरिक एसिड की समस्या से बचा जा सकता है." (Uric acid diet chart)

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इनको बनाएं रुटीन का हिस्सा:

  • रोजाना 8-10 गिलास पानी जरूर पिएं.
  • रोजाना ताजे फल और मौसमी फलों का सेवन करें, इसके अलावा केले का सेवन करने से शरीर में सूजन भी कम होती है.
  • रोजाना नट्स का सेवन करने से यूरिक एसिड का लेवल नियंत्रण में रहता है.
  • दूध, दही और छाछ का सेवन यूरिक एसिड के लेवल को नियंत्रण में रखता है, दिन में एक बार किशमिश के साथ दही खाने से यूरिक एसिड कंट्रोल में रहता है.
  • दाल में प्रोटीन की भरपूर मात्रा पाई जाती है, किसी भी एक दाल को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं.
  • नियमित व्यायाम करें, रोजाना 30 मिनट वॉक करें. सप्ताह में कम से कम दो दिन स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करें.
  • अपनी दिनचर्या में योग को शामिल करें.
  • सोने से पहले एक गिलास हल्दी वाला दूध जरूर पिएं.

इन चीजों को कहें ना:शराब, अल्कोहल, मछली के साथ ही केचप, टेट्रा पैक जूस, चॉकलेट, चिप्स और बिस्किट आदि के सेवन से बचें. इनका सेवन शरीर में यूरिक एसिड के लेवल को काफी हद तक बढ़ा सकता है.

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