भोपाल/गवालियर/जबलपुर। कोरोना के नए म्यूटेंट और तीसरी लहर का खतरा बढ़ रहा है. ऐसे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी विभागों, प्रभारी मंत्रियों और अफसरों को अलर्ट मोड पर रहने को कहा है. सीएम के निर्देश पर प्रदेश भर में ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण किया गया (Inspection of oxygen plants in mp) और स्वास्थ्य सेवाओं को परखा गया.
कोरोना की तीसरी लहर आ गई तो! कितनी तैयार है सरकार कोरोना की तीसरी लहर से कैसे लड़ेगा भोपाल
भोपाल के जेपी अस्पताल में कलेक्टर अविनाश लवानिया और मंत्री प्रभु राम चौधरी ने निरीक्षण किया. कलेक्टर ने बताया कि भोपाल जिले में 11 ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए हैं. सभी पूरी तरह से ऑपरेशनल मोड में हैं. इन सभी प्लांट्स में बिजली के बैकअप की व्यवस्था भी की गई है. कुछ जगह मेंटेनेंस की दिक्कत आ रही है ,उसे भी एक-दो दिन में सुधार लिया जाएगा. इस दौरान कलेक्टर ने लोगों से मास्क लगाने की अपील की . (Health Services In MP Third wave Corona ) उन्होंने कहा कि सभी लोग वैक्सीन की दोनों डोज जरूर लगवाएं.
कोरोना की तीसरी लहर आ गई तो! धोखा तो नहीं देंगे ऑक्सीजन प्लांट वैक्सीन ही असली हथियार
स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी ने भी जेपी अस्पताल पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया. प्रभुराम चौधरी ने भी दोहराया कि तीसरी लहर से बचाव के लिए वैक्सीन ही कारगर उपाय है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी नहीं आने दी जाएगी.
ग्वालियर में स्वास्थ्य सुविधाओं का ये हाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश के बाद ग्वालियर चंबल अंचल (condition of medical facilities in mp for third wave )के सबसे बड़े जयारोग्य अस्पताल समूह के 1000 बिस्तर के अस्पताल में 2000 लीटर क्षमता वाले ऑक्सीजन प्लांट का ड्राइ रन किया गया. साथ ही जिला अस्पताल मुरार के भी दो हजार लीटर वाले ऑक्सीजन प्लांट को चेक किया गया. इस दौरान प्लांट पूरी तरह से चालू पाए गए. उन्हें 6 घंटे पूरी क्षमता के साथ चलाया जाएगा.इस दौरान कोई तकनीकी खामी सामने आती है तो उसे तुरंत दुरुस्त किया जा सकेगा.
कोरोना की तीसरी लहर आ गई तो! मौत का वो मंजर फिर तो नहीं दिखेगा अस्पताल के सी ब्लॉक का काम सुस्त
जयारोग्य अस्पताल, जिला अस्पताल मुरार और 1000 बिस्तर वाले निर्माण अस्पताल के ऑक्सीजन प्लांट का जायजा लेने के साथ ही बेड व्यवस्थाओं को भी मजबूत किया जा रहा है. ग्वालियर के 1000 बेड क्षमता वाले अस्पताल में सी ब्लॉक का काम धीमा चल रहा है. सी ब्लॉक में ना फर्नीचर मिला. ना स्टाफ मिला. जबकि प्रभारी मंत्री और अफसरों ने अगस्त में इस अस्पताल को चालू कराने की बात कही थी.
कोरोना की तीसरी लहर आ गई तो! फिर होगी इंजेक्शन की कालाबाजारी ? तीसरी लहर से लड़ने को जबलपुर तैयार
इसी तरह जबलपुर में कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने जिला अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण किया. जिला अस्पताल में स्थापित किये गये 500 और 570 एलपीएम क्षमता के ऑक्सीजन प्लांट पूरी कैपेसिटी पर काम करने में सक्षम हैं, दोनों ऑक्सीजन प्लांट से जिला अस्पताल का आईसीयू वार्ड और बाकी सभी वार्डों को कनेक्ट किया गया है.
ड्राई रन के दौरान सिहोरा अस्पताल का ऑक्सीजन प्लांट सही ढंग से काम नही कर रहा था. बताया जा रहा है कि ऑक्सीजन प्लांट में बिजली से संबंधित परेशानी आ रही है. प्लांट में लगा ऑक्सीजन ड्रायर सही तरीके से काम नही कर रहा है.जिसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग ने भोपाल भेजी है.