भोपाल। देश की आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर प्रदेश भर में हर घर पर तिरंगा फहराने की तैयारियों में प्रशासन जुट गया है. 15 अगस्त को प्रदेश भर में करीबन डेढ़ करोड़ मकानों पर तिरंगा फहराया जायेगा. इसको देखते हुए तिरंगे की डिमांड में तेजी से उछाल आया है. तिरंगे की मांग को पूरा करने के लिए प्रदेश के स्वा सहायता समूह को अब तक करीबन 48 लाख तिरंगे झंडे का ऑर्डर मिल चुका है. इसके अलावा संस्कृति विभाग और जैम पोर्टल के जरिए दूसरे राज्यों से भी तिरंगे खरीदे जा रहे हैं.
ग्रामीण महिलाएं बनाएंगी 70 लाख तिरंगा:आजादी के अमृत महोत्सव पर तिरंगे की डिमांड पूरी करने के लिए ग्रामीण महिलाओं की मदद ली जा रही है. प्रदेश के करीबन साढ़े छह हजार स्वा सहायता समूहों को तिरंगा बनाने का ऑर्डर दिया गया है. जिला स्तर पर तिरंगे झंडे की डिमांड का आकलन करने और तिरंगे खरीदने की जिम्मेदारी जिला कलेक्टरों को सौंपी गई है. कलेक्टर तिरंगा झंडा जैम पोर्टल और संस्कृति विभाग से भी खरीद सकते हैं. राष्ट्रीय आजीविका मिशन के सीईओ एलएम बेलवाल के मुताबिक- " प्रदेश भर में करीबन साढ़े 6 हजार महिला स्वा सहायता समूहों को अभी तक 48 लाख तिरंगा झंडा बनाने का ऑर्डर मिल चुका है. इसमें से करीब 18 लाख तिरंगा झंडा बनकर तैयार भी हो चुके हैं. उम्मीद है कि अभी करीबन 22 लाख तिरंगा झंडा बनाने का ऑर्डर और मिलेगा. इस तरह महिला स्वा सहायता समूह द्वारा 70 लाख तिरंगे बनाए जाएंगे. हमारी कोशिश है कि तिरंगा बनाने का काम स्वा सहायता समूह के सिलाई सेंटर्स पर ही हों, ताकि इसमें गड़बड़ी की संभावनाएं जीरो रहे. प्रदेश में 522 सिलाई सेंटर हैं."
दुकानों पर बढ़े तिरंगे के ऑर्डर:उधर, प्रचार सामग्री की दुकानों पर भी तिरंगे की डिमांड बढ़ गई है. प्रचार सामग्री के थोक विक्रेताओं के मुताबिक आजादी के अमृत महोत्सव को देखते हुए घरों में फहराने के लिए पॉलिस्टर और कॉटन के झंडों की डिमांड बहुत ज्यादा है. प्रतिदिन तिरंगे की डिमांड आ रही है. तिरंगे की डिमांड को देखते हुए गुजरात, लखनऊ से तिरंगे मंगवाये जा रहे हैं. जहां तक कीमतों का सवाल है तो 20 बाई 30 का कॉटन झंडा 30 रुपए और पॉलिस्टर का 20 रुपए में बेचा जा रहा है.