भोपाल। किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने चना खरीदी को लेकर जानकारी दी है. समीक्षा बैठक में कृषि मंत्री ने निर्देशित किया है कि, चने के उपार्जन में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाए, उन्होंने कहा, चना, मसूर, सरसों का उपार्जन 30 जून तक होना है और इस दौरान किसानों को किसी तरह की परेशानी न हो. मंत्री पटेल ने कृषि विभाग की समीक्षा बैठक में निर्देश दिए हैं, उन्होंने कहा है, ऐसे किसान, जो एसएमएस मिलने के बाद भी चना मंडी तक नहीं ले जा पाये हैं, उन्हें विभाग दोबारा एसएमएस भेजेगा, जिससे वे अपनी उपज समर्थन मूल्य पर मंडी में बेच सकेंगे.
कृषि मंत्री कमल पटेल ने कृषि विभाग की बैठक में कहा है कि, चना, मसूर, सरसों का उपार्जन 30 जून तक किया जाएगा. किसानों की उपज का एक- एक दाना खरीदा जाएगा. बैठक में मूंग के पंजीयन, चना उपार्जन के भुगतान की प्रगति, फसल बीमा योजना, कमल सुविधा केन्द्र पर आई शिकायतों के निराकरण, परंपरागत कृषि विकास योजना के लक्ष्य जारी करने की समीक्षा की गई.
कृषि मंत्री कमल पटेल का कहना है, मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की सरकार किसानों की सरकार है और सरकार ने निर्णय लिया है कि, किसानों ने जितना पंजीयन कराया है, वो पूरा खरीदा जाए. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि, किसानों का एक- एक दाना सरकार खरीदेगी, इसलिए 30 जून तक चने की खरीदी पूरे मध्यप्रदेश में सभी जिलों में की जाएगी, पोर्टल भी चालू रहेगा. उन्होंने कहा, यदि एसएमएस आने के बावजूद किसान किसी कारण खरीदी केंद्र तक अपनी चने की फसल लेकर नहीं पहुंच पाया, तो ऐसे किसानों को दोबारा एसएमएस किया जाएगा.
मंत्री पटेल ने बताया, चना 4875 रुपए प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य पर खरीदा जाएगा, किसान पंजीयन के मुताबिक एक ही दिन में पूरा चना ले जाकर बेच सकेंगे. पहले चना, मसूर, सरसों 25-25 क्विंटल खरीदते थे, उसको अनलिमिटेड कर दिया गया है. किसी किसान ने यदि 200 या 400 क्विंटल का पंजीयन कराया है, तो वे एक ही दिन में उसे बेच सकते हैं. प्रदेश में जिस तरह एक ही दिन में गेहूं की खरीदी की गई है, उसी तरह चना, सरसों और मसूर की खरीदी की जाएगी.