भोपाल। बीजेपी के दो विधायक नारायण त्रिपाठी और शरद कोल द्वारा कांग्रेस के सर्मथन में वोट करने पर नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार द्वारा पेश किए गए दंड संसोधन विधेयक का सर्मथन पूरी पार्टी ने किया था. ऐसे में दो विधायकों के क्रास वोटिंग का सवाल ही नहीं उठता. गोपाल भार्गव ने कहा कि विधानसभा में जो मतदान हुआ है वह पूरी तरह से प्रमाणिक नहीं है.
बीजेपी के सभी विधायक एकजुट, कमलनाथ सरकार का बिल नहीं था प्रमाणिकः गोपाल भार्गव
मध्यप्रदेश के नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि बीजेपी के सभी विधायक एकजुट है. कमलनाथ सरकार ने सदन में जो बिल पेश किया था उस पर हमने भी सहमति जताई थी. ऐसे में बिल पर क्रास वोटिंग का सवाल ही नहीं उठता. उन्होंने कहा कि सदन में कांग्रेस सरकार ने जो बिल पेश किया था. वह पूरी तरह प्रमाणिक नहीं था.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जिस बिल पर हमारी सहमति थी उसमें क्रास वोटिंग का सवाल ही नहीं है. जबकि कमलनाथ सरकार द्वारा सदन में पेश किया गया यह बिल कोई प्रमाणिक बिल नहीं है. जिस पर चर्चा की जाए. इस बिल ऐसे कई विधायकों के भी हस्ताक्षर थे. जो सदन में मौजूद तक नहीं थे. जिसके चलते इस बिल की प्रमाणिकता पर भी सवाल खड़े होते है.
गोपाल भार्गव ने कहा कि बीजेपी के बागी विधायक नारायण त्रिपाठी और शरद कोल से बात की जाएगी. अगर उन्हें किसी प्रकार की कोई नाराजगी है तो इस पर भी चर्चा होगी. उन्होंने कहा कि हमारे सारे विधायक एक है. बीजेपी के विधायकों में किसी प्रकार की कोई फूट नहीं है.