भोपाल। प्रदेश के पूर्व सीएम और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने 1 मई से शुरू किए गए वैक्सीनेशन प्रोग्राम पर सवाल उठाए हैं. कमलनाथ ने वैक्सीनेशन पार्ट 3 को जनता के साथ धोखा और चुनावी जुमला बताया है. उन्होंने ट्वीट करते हुए सुप्रीम कोर्ट से वैक्सीनेशन कार्यक्रम पर संज्ञान लेने की अपील भी की है.
वैक्सीनेशन 'चुनावी जुमला'
नाथ ने वैक्सीनेशन कार्यक्रम पर सवाल उठाते हुए कहा है कि 19 अप्रैल को मोदी सरकार द्वारा इसकी घोषणा की गई और 28 अप्रैल से रजिस्ट्रेशन शुरू किया गया. कमलनाथ ने सवाल उठाया कि 29 अप्रैल को प.बंगाल और यूपी में मतदान का अंतिम चरण था, इसलिए ये चुनावी जुमले की तरह ये घोषणाएं की गई थी, लेकिन अंतिम चरण का चुनाव खत्म होते ही वैक्सीनेशन के तीसरे चरण की घोषणा की असलियत सामने आ गई है.
कई राज्यों में नहीं हो पा रहा वैक्सीनेशन
कमलनाथ ने आरोप लगाया है कि देश भर में वैक्सीन का भारी टोटा है 2.5 करोड़ से अधिक लोग रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं लेकिन वैक्सीन के ही अता पता नहीं है. कब आयेगी , कब लगेगी , कुछ पता नहीं है. जबकि कई राज्यों ने वैक्सीन नहीं होने के कारण अपना टीकाकरण कार्यक्रम टाल दिया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि मतदान के अंतिम चरण में युवाओं को लुभाने के लिए की गई यह झूठी घोषणा, जो सिर्फ चुनावी जुमला और जनता के साथ बड़ा धोखा साबित हो रही है.पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा कि कोरोना की इस भीषण महामारी में भी भाजपा सरकार ने जनता को सिर्फ़ अपने चुनावी फ़ायदे के लिये वैक्सीन के नाम पर जुमलों और झूठे वादों से ठगने का काम किया. उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेता अभी भी झूठ बोलने से बाज नहीं आ रहे हैं उन्हें सिर्फ चुनाव जीतने की चिंता है जबकि जनता से कोई सरोकार नहीं है.