भोपाल।काफी लंबे वक्त से जिस लड़ाकू विमान का इंतजार था, वो राफेल विमान आज भारत पहुंच गया है. भारत और फ्रांस के बीच हुए सौदे के तहत राफेल लड़ाकू विमान की पहली खेप आज अंबाला एयरबेस पर पहुंची. पहली खेप में कुल पांच लड़ाकू विमान हैं, जिन्हें रिसीव करने के लिए खुद वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया मौजूद रहे. राफेल की वजह से काफी समय तक देश की सियासत गरमाई रही, विपक्ष ने इस सौदे को लेकर केंद्र सरकार पर कई आरोप लगाए थे, लेकिन सभी विरोध के बावजूद आज 5 राफेल भारत पहुंचे.
राफेल फाइटर प्लेन के भारत पहुंचने से पहले एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कई ट्वीट कर मोदी सरकार को फिर घेरा है, उन्होंने ट्वीट में लिखा है, राफेल खरीदने का फैसला यूपीए सरकार था. आखिर राफेल आ गया. 126 राफेल खरीदने के लिए कांग्रेस के नेतृत्व में UPA ने 2012 में फैसला लिया था और 18 राफेल को छोड़कर बाकी भारत सरकार की HAL में निर्माण का प्रावधान था. ये भारत के आत्मनिर्भर होने का प्रमाण था. एक राफेल की कीमत 746 करोड़ तय की गई थी.