सागर।मध्यप्रदेश में बीते 10 दिनों के दौरान कोरोना संक्रमण और उससे होने वाली मौतों का आंकड़ा कम हुआ है. यह खबर प्रदेश की जनता और सरकार दोनों को राहत देने वाली है, लेकिन हम आपको कुछ दिनों पीछे ले चलते हैं. जब प्रदेश में कोरोना का संक्रमण चरम पर था और संक्रमण से होने वाली मौतों का आंकड़ा रोके नहीं रुक रहा था. जनता ऑक्सीजन,रेमेडेसिवर और जरूरी दवाओं के लिए संघर्ष कर रही थी और इसके अभाव में दम तोड़ रही थी. इस दौरान लोगों का भरोसा बनाए रखने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री ने प्रदेश के कई जिलों और अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने कोविड अस्पताल बनाए जाने की घोषणा की थी. लेकिन घोषणाएं कहीं अधूरी रहीं तो कहीं जमीन पर नजर ही नहीं आई. देखिए एक रिपोर्ट
क्या है घोषणाओं की हकीकत...देखिए
बीते 20 अप्रैल को जब प्रदेश के कई जिलों जिनमें से सागर-बीना भी एक था मैं कोरोना संक्रमण को लेकर हाहाकार मचा हुआ था. ऐसे समय में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह लोगों को संक्रमण से बचाने का भरोसा देने बीना पहुंचे थे. सीएम ने यहां घोषणा की थी कि जिले में बीना रिफाइनरी की ऑक्सीजन पर आधारित एक हजार बेड का ऑक्सीजन सपोर्ट वाला कोविड केयर अस्पताल मात्र 10 दिन में बना दिया जाएगा. जिसमें करीब 8 जिलों के कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज किया जाएगा, लेकिन 2 जून को यहां ईटीवी भारत मौके पर पहुंचा और हकीकत को जाना.
- सीएम शिवराज सिंह के एलान के मुताबिक इस अस्पताल को 30 अप्रैल तक तैयार हो जाना था,लेकिन 2 जून तक यह अस्पताल पूरी तरह से तैयार नहीं हो सका है.
- अस्पताल को 1000 बेड के साथ चालू करने की घोषणा की गई थी, लेकिन यह महज 200 बेड में सिमट गया है.
- अस्पताल अपनी पूरी क्षमता के साथ कब तक शुरू हो पाएगा इसे लेकर प्रशासनिक अधिकारी कुछ भी नहीं बता पा रहे हैं.
भरोसेमंद को सौंपा काम, खुद सीएम ने दो बार किया दौर
बीना के आगासोद में स्थिति बीना रिफाइनरी की ऑक्सीजन से बनने वाला यह अस्पताल चक गांव में बनाया जाना है. सीएम के ऐलान के बाद प्रशासन ने भी काम शुरू करने में तेजी दिखाई. सीएम ने अपने मंत्री भूपेंद्र सिंह को प्रभारी बनाया. मंत्रीजी ने 22 अप्रैल को प्रस्तावित स्थल का दौरा किया और तैयारियों का जायजा लिया.
- मुख्यमंत्री की घोषणा तो 10 दिन में अस्पताल बनाने की थी, लेकिन प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह ने अस्पताल के 5 मई तक शुरू हो जाने की बात कही. इस दौरान भूपेंद्र सिंह लगातार यहां का दौरा करते रहे. इस बीच सीएम शिवराज भी 27 अप्रैल को अपने साथ अधिकारियों का भारी-भरकम दल लेकर बीना पहुंचे और खुद उन्होंने अस्पताल की तैयारियों का जायजा लिया.
- मुख्यमंत्री के दौरे के बाद अस्पताल को शुरू करने की तारीख 5 दिन और बढ़ा कर 10 मई बताई गई.
- 9 मई को सीएम शिवराज सिंह केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के साथ बीना पहुंचे. इस बार बताया गया कि रिफाइनरी की इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन को मेडिकल यूज में बदलने के लिए 2 कंप्रेसर लगाए जा रहे हैंं.
- यह भी एलान हुआ कि बीना रिफाइनरी की ऑक्सीजन को दूसरे जिलों में भी भेजा जाएगा.
- इस दौरे के बाद अस्पताल को शुरू करने की तारीख 20 मई हो गई.
5 मई, 10 मई, 20 मई...और नतीजा नहीं..पाइप लाइन भी नहीं बिछी - सीएम के ऐलान के मुताबिक 10 दिनों में तैयार हो जाने वाले इस अस्पताल के, पहले 5 मई , 10 मई और अब 20 को शुरू होने की तारीख बताई जा रही है, लेकिन मौजूदा हालात में यह अस्पताल पूरी तरह तैयार नहीं है.
- सीएम शिवराज सिंह ने अपने दूसरे दौरे में इस अस्पताल को 1000 की जगह 200 बेड के साथ ही शुरू करने की बात कही, लेकिन हालात ये है कि अभी तक 200 बेड का भी अस्पताल पूरी तरह तैयार नहीं हो सका है.
- 2 जून को सागर कलेक्टर ने बीना रिफाइनरी के पास बन रहे इस अस्पताल की तैयारियों का जायजा लिया उन्होंने कहा कि सभी तैयारियां लगभग तैयारियां पूरी हो गई हैं, लेकिन इस अस्पताल को कब शुरू किया जाएगा, इसकी तारीख वे भी नहीं बता पाए.
- ईटीवी भारत की टीम ने देखा कि मौजूदा हालत में रिफाइनरी के ऑक्सीजन प्लांट से अस्पताल तक ऑक्सीजन सप्लाई के लिए पाइप लाइन बिछाने का काम अभी पूरा नहीं हुआ है.
- अस्पताल तक अप्रोच रोड और पीने के पानी की व्यवस्था का काम भी अटका हुआ है.
- मौके पर जिस गति से काम चल रहा है उसको लेकर माना जा रहा है कि फिलहाल यह अस्पताल शुरू नहीं हो सकेगा.
कांग्रेस का आरोप घोषणावीर सीएम का बड़ा घोटाला
मप्र कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मंत्री सुरेंद्र चौधरी का कहना है कि जब जिले में हाहाकर की स्थिति थी तब इस अस्पताल के निर्माण का जोर शोर से शुरुआत की गई थी,लेकिन आज जिले में मरीजों की संख्या 50 के भी नीचे पहुंच गई है लेकिन यह अस्पताल शुरू नहीं हो सका है. उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह को उनकी घोषणाओं की वजह से ही घोषणावीर सीएम कहा जाता है. उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि मेरा मानना है अब तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही दौरा करेंगे, तब जाकर यह अस्पताल शुरू हो पाएगा. उन्होंने प्रदेश सरकार पर अस्पताल की आड़ में घोटाला करने और इसकी जांच कराने की भी मांग की है.