भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने मोदी सरकार पर आरटीआई कानून खत्म करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि, मोदी-शाह, भाजपा-संघ और उनकी 'ट्रोल सेना' प्रश्न पूछने वालों को सोशल मीडिया पर झूठे, बिना किसी प्रमाण पोस्ट डालकर बदनाम करके डराते धमकाते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि, यही रणनीति हिटलर समेत हर डिक्टेटर अपनाता रहा है. हर नागरिक को शासनतंत्र से प्रश्न पूछने का अधिकार ही लोकतंत्र की बुनियाद होती है.
दिग्विजय सिंह ने पीएम मोदी पर साधा निशाना, कहा- खत्म करना चाहते हैं RTI कानून
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने पीएम मोदी पर आरटीआई कानून खत्म करने के आरोप लगाए हैं, साथ ही उन्होंने कहा है कि, 'नागरिक को शासनतंत्र से प्रश्न पूछने का अधिकार ही लोकतंत्र की बुनियाद होती है'.
दिग्विजय सिंह का कहना है कि, 'RTI के माध्यम से भ्रष्टाचार के कई प्रकरण सामने आए. आज इस कानून को भी समाप्त करने की मोदी जी की मंशा है, क्योंकि बुनियादी तौर पर वो लोकतंत्र विरोधी मानसिकता से ग्रस्त हैं. राहुलजी और कांग्रेस को सभी भाजपा विरोधी दलों को एक करने का पूरा प्रयास करना चाहिए'.
दिग्विजय सिंह ने कहा, 'हर नागरिक को शासनतंत्र से प्रश्न पूछने का अधिकार ही लोकतंत्र की बुनियाद होती है. जिसे कांग्रेस ने सोनिया जी के नेतृत्व में आम नागरिक को 'सूचना का अधिकार' शासकीय तंत्र के विरोध के बाद भी, कानून ला कर उसे शासन को कठघरे में खड़े करने का अधिकार दिया था'.