भोपाल।देश में इन दिनों द कश्मीर फाइल्स फिल्म चर्चार्ओं में है, इसको लेकर तकरार भी जारी है. इस तकरार के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्मयंत्री दिग्विजय सिंह ने राही मासूम रजा को याद किया है. विवेक अग्निहोत्री की फिल्म द कश्मीर फाइल्स ने एक नई बहस को जन्म दिया है, कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार को लेकर सियासी माहौल गमार्या हुआ है. तमाम राजनीतिक दल अपने अपने तरह से इस फिल्म को लेकर अपने बयान दे रहे हैं.
आईएएस अधिकारी के ट्वीट से पारा चढ़ा
द कश्मीर फाइल्स फिल्म पर मध्य प्रदेश के आईएएस अधिकारी नियाज खान के ट्वीट ने बहस को और गर्मा दिया. उन्होंने तो यहां तक लिख दिया कि 'द कश्मीर फाइल्स' ब्राह्मणों का दर्द दिखाती है. उन्हें पूरे सम्मान के साथ कश्मीर में सुरक्षित रहने की अनुमति दी जानी चाहिए. निमार्ता को कई राज्यों में बड़ी संख्या में मुसलमानों की हत्याओं को दिखाने के लिए एक फिल्म बनानी चाहिए. मुसलमान कीड़े नहीं, बल्कि इंसान हैं और देश के नागरिक हैं.
रामेश्वर शर्मा ने नियाज खान को दी हिदायत
आईएएस अफसर के ट्वीट पर बीजेपी के विधायक रामेश्वर शर्मा ने भी तल्ख टिप्पणी करते हुए ट्वीट किया, 'चलिए 30 साल बाद ही सही, पर आपने माना तो कि कश्मीरी पंडितो-हिंदुओं के साथ अन्याय, अत्याचार, बर्बरता हुई. 30 साल बाद आपने माना तो इस्लामिक कट्टरवाद, जिहाद के लिए कैसे हिंदुओं को मिट्टी में मिलाने की सोच का उदाहरण 19 जनवरी 1990 को पेश किया गया'. रामेश्वर शर्मा ने नियाज खान को हिदायत देते हुए कहा, ' मुस्लिमों के लिए कीड़ा मकोड़े जैसे शब्दों का इस्तेमाल न करें, क्योंकि भारत में सच्चे देशभक्त एपीजे अब्दुल कलाम साहब, अशफाकुल्लाह खाँ, जैसे भी हुए है'.
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राही मासूम रजा को लेकर दिग्विजय ने किया ट्वीट
इस तरह की तल्ख बयानबाजी के बीच पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने राही मासूम रजा को याद करते हुए लिखा, 'डॉ. राही मासूम रजा को बी आर चोपड़ा ने महाभारत टीवी सीरियल की स्क्रिप्ट लिखने को कहा तो, पहले तो राही मासूम रजा ने इनकार कर दिया था. पर दूसरे दिन यह खबर न्यूज पेपर में छप गयी. हजारों लोगों ने चोपड़ा को खत लिखा कि एक मुसलमान ही मिला है महाभारत लिखवाने के लिए. चोपड़ा ने सारे खत राही मासूम रजा के पास भेज दिये. सारे खत देखने के बाद राही मासूम रजा ने चोपड़ा से कहा कि अब मैं ही लिखूंगा महाभारत, क्योंकि मैं गंगा का पुत्र हूँ'.
ट्वीट कर दिग्विजय ने महाभारत लिखने पर डाला प्रकाश
दिग्विजय सिंह ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ' राही मासूम रजा ने जब टीवी सीरियल 'महाभारत' लिखा तो उनके घर खतों के अंबार लग गए. लोगों ने खूब तारीफें की खूब दुआऐं दी, इतने खत आए कि खतों के कई गट्ठर बन गए. लेकिन एक बहुत छोटा सा गट्ठर उनकी मेज के किनारे सब खतों से अलग पड़ा था. जब किसी ने वजह पूछी तो जवाब मिला कि ये वो खत हैं जिनमे मुझे गालियाँ लिखी गयी हैं. कुछ हिंदू इस बात से नाराज हैं कि तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मुसलमान होकर महाभारत लिखने की और कुछ मुसलमान इसलिए नाराज हैं कि तुमने हिंदुओं की किताब को क्यूँ लिखा...? लेकिन राही साहब का मानना था कि, यही छोटी गड्डी दरअसल मुझे हौसला देती है कि मुल्क में बुरे लोग कितने कम हैं'.
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रजा को याद करते हुए दिग्विजय ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, 'आज भी नफरत फैलाने वालों की गड्डी हमारे प्यार मोहब्बत के बड़े गट्ठर से बहुत छोटी है. लेकिन हमें नफरत फैलाने वाले लोगों को मोहब्बत के रास्ते पर लाने के लिए निडर होकर प्रयास करना चाहिए. कठिन है, लेकिन असंभव नहीं. अंत में जीत मोहब्बत और भाईचारे की ही होगी'.
इनपुट - आईएएनएस