छतरपुर। दबंगों से पुलिस को भी डर लगता है! आप यह जानकर चौंक जरूर रहे होंगे लेकिन यह सच है. घटना छतरपुर के (dalit police constable groom mare stopped) कुण्डल्या गांव की है. यहां एक पुलिस आरक्षक की शादी थी. उसकी बारात निकलनी थी, लेकिन दबंगों ने दुल्हे के परिजनों को धमकाते हुए कहा कि दलित होने के वजह से दूल्हे को घोड़ी पर बिठाकर गांव में से नहीं निकालना. दबंगों के डर से परिवार ने भी ऐसा ही किया, हालांकि अगले दिन पुलिसवाले की बारात की निकासी पुलिस की सुरक्षा में ही हो सकी.
टीकमगढ़ कोतवाली में पदस्थ है पुलिसवाला
दलित नौजवान दयाचंद अहिरवार खुद पुलिस आरक्षक है और वर्तमान में टीकमगढ़ कोतवाली में तैनात है. युवक की 9 फरवरी को शादी थी. लेकिन बारात निकलने से पहले रिवाज के मुताबिक पुलिस आरक्षक को घोड़ी पर बैठाकर गांव से निकासी की जानी थी. लेकिन जैसे ही आरक्षक दूल्हा घोड़ी पर बैठकर गांव की तरफ निकला तो गांव के दबंग लोग बौखला गए और बीच रास्ते में ही बारात को रोककर वापस भेज दिया.